जैसे सर्किट हाउस के एनसीजेडसीसी प्रांगण में प्रवेश करेंगे, चौथे नंबर के स्टॉल में वृंदावन से हस्तनिर्मित भगवान श्री कृष्ण के सुंदर-सुंदर वस्त्र दिखेंगे. खास बात है कि यहां इन्हें बेचने के लिए रखा गया है. भगवान के इस हस्त निर्मित वस्त्र की कीमत 10 रुपये से शुरू होती है. मेला घूमने आने वाले प्रयागराज सहित अन्य जिलों के लोग इसकी खूब खरीदारी कर रहे हैं
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प्रयागराज. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में इन दिनों शिल्प मेले का आयोजन किया जा रहा है. यहां लगा एक स्टॉल सबका ध्यान अपनी तरफ आकर्षित कर रहा है. जैसे ही आप सर्किट हाउस के एनसीजेडसीसी प्रांगण में प्रवेश करेंगे, चौथे नंबर के स्टॉल में वृंदावन से हस्तनिर्मित भगवान श्री कृष्ण के सुंदर-सुंदर वस्त्र दिखेंगे. खास बात है कि यहां इन्हें बेचने के लिए रखा गया है. भगवान के इस हस्त निर्मित वस्त्र की कीमत 10 रुपये से शुरू होती है. मेला घूमने आने वाले प्रयागराज सहित अन्य जिलों के लोग इसकी खूब खरीदारी कर रहे हैं.
स्टॉल में भगवान श्री कृष्ण की हस्त निर्मित वस्त्र बेच रही नीलम ने बताया कि वो यहां जयपुर से आई हैं. उनकी दुकान कान्हा जी के वस्तुओं के लिए मशहूर है. यहां कान्हा जी के वस्त्र, ऋंगार, सिंहासन, माला, मुकुट, आसन-गद्दी, झूला समेत सभी देवी-देवताओं की पोशाक एवं ऋंगार बेचे जाते हैं. खास बात है कि इनकी कीमत 10 रुपये से शुरू होती है.
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मेला घूमने आये प्रयागराजवासी बड़े मन से भगवान के वस्त्र को खरीद रहे हैं. कम दाम होने के कारण और बेहतरीन कारीगरी इसे औरों से अलग बनाता है. नीलम ने बताया कि हम पिछले आठ साल से यहां सिर्फ मेले में आते हैं. हमारी तीन पीढ़ियां इसका काम करती आई हैं. अब हम भी इस व्यवसाय में कार्यरत हैं.