क्रेडिट कार्ड का स्टेटमेंट समझने में कई बार कंफ्यूजन बना रहता है। पिछले महिने या दिवाली और दशहरा जैसे त्योहार पर खरीदारी करने के बाद क्रेडिट कार्ड पेमेंट के लिए एक लंबा चौड़ा बिलिंग डॉक्यूमेंट के तौर पर स्टेटमेंट भेज देता है। अक्सर ऐसा भी होता है कि हम बिना समझे पेमेंट कर देते हैं, जिसका बाद में अलग अलग तरह से इंटरेस्ट भरना पड़ जाता है। क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करना आपके फाइनेंशियल प्लानिंग में जितना मदद करता है, वहीं अगर क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट को न समझा जाए तो ये उतना ही जोखिम भरा हो सकता है।
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क्रेडिट कार्ड का स्टेटमेंट एक बिलिंग डॉक्यूमेंट होता है जो बैंक या क्रेडिट कार्ड कंपनी द्वारा आपके क्रेडिट कार्ड अकाउंट में हाल की एक्टिविटी सारांश के तौर पर प्रस्तुत करता है। यह स्टेटमेंट, आप अपने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कैसे कर रहे हैं, इसके बारे में जानकारी प्रदान करता है और आपको यह समझने में मदद कर सकता है कि आपके द्वारा पेमेंट की जाने वाली राशि कहां और किसके अकाउंट में ट्रांजैक्शन किया गया है। क्रेडिट कार्ड से की जाने वाली पिछली महिने या फाइनेंनसियल साइकल में परचेज और पेमेंट के ट्रांजैक्शन की जानकारी स्टेटमेंट से हासिल कर सकते हैं।
इसमें आपकी क्रेडिट कार्ड में रजिस्टर की गई निजी जानकारी के साथ-साथ बकाया राशि, क्रेडिट कार्ड लिमिट, अकाउंट समरी में ओपनिंग बैलेंस की जानकारी, पिछले साइकिल में बकाया राशि और ओवर लिमिट, घरेलू ट्रांजैक्शन, रिवॉर्ड पॉइंट्स की समरी और ऑफर्स से जुड़ी सारी जानकारियां उपलब्ध होती हैं।
किसी क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट में आमतौर पर ये जानकारी शामिल होती है:
बिलिंग अवधि (Billing period):
यह वह अवधि होता है, जिसके लिए आपके क्रेडिट कार्ड का स्टेटमेंट कवर करता है। उदाहरण के लिए, अगर आपका बिलिंग साइकिल 1 जनवरी से 31 जनवरी तक चलता है, तो आपका स्टेटमेंट 1 फरवरी को या इसके बाद ही जारी किया जाएगा और इसमें 1 जनवरी से 31 जनवरी तक की सारी लेन देन की एक्टिविटी या ट्रांजैक्शन की डिटेल शामिल होगी।
पिछला शेष (Previous remain balance):
यह वह राशि होती है जो आपके पिछले बिलिंग साइकिल के आखिर में आपके अकाउंट में राशि बकाया थी।
नए शुल्क (New charges):
ये आपके वर्तमान में बिलिंग साइकिल के दौरान किए गए नए शुल्क होते हैं। इन शुल्कों में आपके क्रेडिट कार्ड से की गई खरीदारी, एडवांस में कैश और ब्याज शुल्क शामिल हो सकते हैं।
पेमेंट किए गए शुल्क (Paid charges):
ये आपके वर्तमान में बिलिंग साइकिल के दौरान आपके द्वारा किए गए पेमेंट की पूरी जानकारी उपलब्ध कराते हैं। इसके तहत आपने अब तक कितना पेमेंट किया है डिटेल में समझ सकते हैं।
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इस्तेमाल की गई क्रेडिट (Credit consumed):
यह वह राशि होती है, जो आपने अपने वर्तमान बिलिंग साइकिल के दौरान अपनी क्रेडिट लिमिट से खर्च की गई है। इससे आप क्रेडिट कार्ड लिमिट की जानकारी पा सकते है।
उपलब्ध क्रेडिट (Available credit):
यह वह राशि होती है, जो आप अपनी क्रेडिट लिमिट से अभी तक खर्च नहीं कर पाए हैं।
न्यूनतम भुगतान (Minimum payment):
यह वह न्यूनतम राशि होती है, जो आप अपने बिल का पेमेंट हर महीने कर सकते हैं।
ब्याज शुल्क (Interest charge):
अगर आप अपने बिल का पूरा पेमेंट नहीं करते हैं, तो आपको ब्याज शुल्क देना होगा। ब्याज शुल्क आम तौर पर एक परसेंट के इंट्रेस्ट रेट पर चक्रवृद्धि के आधार पर लगाया जाता है।
बकाया राशि (Remaining amount):
यह वह राशि है जो आपके बिल का पेमेंट करने के बाद भी आपके अकाउंट में बकाया रह गया है या आपने पूरा पेमेंट नहीं किया है, तो इसे बकाया राशि कहा जाता है।
अपने क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट को समझना काफी महत्वपूर्ण होता है ताकि आप अपने खर्च पर कंट्रोल कर सकें और अपने क्रेडिट स्कोर को बनाए रख सकें। अगर आप अपने स्टेटमेंट में कोई कमीं पाते हैं, तो आपको तुरंत अपने क्रेडिट कार्ड कंपनी या संबंधित बैंक से संपर्क करना चाहिए।
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