अयोध्या से लौट रही ट्रेन में आग लगाने की धमकी देने का मामला सामने आया है। बेंगलुरु पुलिस ने इसे लेकर 3 अज्ञात लोगों के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने के आरोप में केस दर्ज किया है।
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यह स्पेशल ट्रेन अयोध्या से मैसूर के लिए तीर्थयात्रियों को लेकर लौट रही थी। यात्रियों के मुताबिक, तीनों आरोपी शुक्रवार रात करीब 8.40 बजे ट्रेन की दूसरी बोगी में चढ़े थे। इस दौरान जब भक्तों ने ‘जय श्री राम’ का नारा लगाया, वे रेलगाड़ी को जला देने की धमकी देने लगे। इस पर ट्रेन में सवार बाकी यात्री भड़क गए और उन लोगों को पकड़ लिया। इसके बाद उन्हें रेलवे पुलिस बल को सौंप दिया गया। हालांकि, जब पुलिस ने उन्हें हिरासत में नहीं लिया तो लोगों ने दोबारा हंगामा शुरू कर दिया।
पुलिस के मुताबिक, जैसे ही यह खबर फैली भाजपा के सैकड़ों कार्यकर्ता और समर्थक रेलवे स्टेशन पर जमा हो गए। उन लोगों ने तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग रखी। माहौल गरमाता देखकर बेल्लारी के पुलिस अधीक्षक बीएल श्रीहरिबाबू कई स्टेशनों के पुलिस कर्मियों के साथ रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। उन्होंने कहा, ‘हमने इस घटना के संबंध में होसपेट के रहने वाले एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है।
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उस पर भारतीय दंड संहिता की धारा 295A (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से दुर्भावनापूर्ण कृत्य), 504 (जानबूझकर अपमान करना), 506 (जान से मारने की धमकी) के तहत मामला दर्ज किया। बाकी 2 आरोपियों की तलाश की जा रही है।’
कांग्रेस ऐसी घटनाओं को दे रही बढ़ावा: बीजेपी नेता
भाजपा नेताओं ने इस घटना की निंदा की है। केंद्रीय संसदीय मामलों के मंत्री प्रल्हाद जोशी ने इसे लेकर कांग्रेस पर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस वोट बैंक के लिए ऐसी घटनाओं को बढ़ावा दे रही है। ऐसी धमकियां देने वालों की पीठ पर लात मारी जानी चाहिए।’ बता दें कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के एक महीने बाद भी लोगों के उत्साह में कोई कमी नहीं हुई है।
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आस्था का ज्वार अब भी चरम पर है। अयोध्या के हृदय स्थल राम मंदिर में आस्था की हलचल का एहसास 10 किलोमीटर से भी अधिक दूर से ही होने लगता है, जहां दूर-दूर से श्रद्धालुओं को लाने वाली बसें सड़कों पर कतार में खड़ी रहती हैं।