थायराइड एक हॉर्मोनल बीमारी है, जिसपर ध्यान ना दिया जाए तो ये गंभीर साबित हो सकती है। इस समस्या का सबसे ज्यादा खतरा महिलाओं में होता है। थायराइड एक ग्रंथि है, जिसमें असंतुलन को इसी समस्या से संदर्भित किया जाता है। यह ग्लैंड गर्दन के सामने होती है। आजकल बदलते लाइफस्टाइल और खानपान के चलते ये समस्या भी कॉमन होती जा रही है। थायराइड के बढ़ने की स्थिति को हाइपोथायरायडिज्म या हाइपरथायरायडिज्म कहा जाता है। हाइपोथायरायडिज्म तब होता है जब थायरॉयड ग्रंथि पर्याप्त थायराइड हार्मोन नहीं बनाती है। वहीं हाइपरथायरायडिज्म वो स्थिति है जब बहुत ज्यादा थायराइड हार्मोन का उत्पादन होता है। थायराइड को भी हो, इसपर ध्यान देना चाहिए। क्योंकि ये समस्या को बढ़ा सकता है। यहां जानिए शरीर में हो रहे बदलाव कहीं थायराइड के लक्षण तो नहीं।
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थायराइड के शुरुआती वॉर्निंग साइन क्या हैं?
थायराइड के शुरुआती लक्षण इस बात पर निर्भर करते हुए अलग-अलग हो सकते हैं कि समस्या हार्मोन के ज्यादा उत्पादन की है या कम उत्पादन की है। हालांकि, कुछ सामान्य लक्षण हैं जिनको इग्नोर करने से मुश्किल हो सकती है। जैसे-
– पर्याप्त नींद के बाद भी थकान या एनर्जी की कमी महसूस होना।
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– अचानक वजन कम होना या वजन बढ़ना।
– मूड में बदलाव, चिड़चिड़ापन, चिंता या डिप्रेशन।
– नींद में खलल, अनिद्रा या अत्यधिक नींद आना
– सूखी/खुरदरी त्वचा या बालों का झड़ना
– मांसपेशियों में कमजोरी या जोड़ों में दर्द
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– हार्ट रेट का बढ़ना या कम होना
– पीरियड्स में परिवर्तन जैसे हल्का या भारी पीरियड्स, या अनियमित साइकिल।
– गर्दन में सूजन पैदा कर सकती है