8th pay commission latest news today: 8वें वेतन आयोग को सिफारिशें जल्द ही केंद्र सरकार को सौंपी जाएंगी. नया पे-कमीशन अपना काम अप्रैल से शुरू कर देगा. ऐसे में केंद्रीय कर्मचारियों (Central government employees) और पेंशनर्स (Pensioners) की सैलरी और भत्तों में संशोधन की उम्मीद है. इसके लिए पे-कमीशन (Pay commission) की सिफारिशें लागू होंगी. लेकिन, 8वें वेतन आयोग (8th pay Commission) के आने पर सबसे बड़ा असर महंगाई भत्ते पर पड़ेगा. केंद्रीय कर्मचारियों का महंगाई भत्ता शून्य यानि जीरो (0) कर दिया जाएगा. मतलब नया पे-कमीशन लागू होते ही महंगाई भत्ते (Dearness allowance) की कैलकुलेशन दोबारा जीरो से शुरू होगी.
ये भी पढ़ें:- 31 March 2025 Deadline: 31 मार्च तक करें निवेश, वरना छूट जाएंगे ये खास Fixed Deposit स्कीम्स
2026 में मर्ज होगा महंगाई भत्ता (DA)
अनुमान लगाया जा रहा है कि जनवरी 2026 तक महंगाई भत्ता (DA) 61 फीसदी पर पहुंच सकता है. नियम अनुसार नए वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने पर कर्मचारियों के DA को शून्य (0) करके बेसिक सैलरी में मर्ज कर दिया जाता है. इस पे-कमीशन में भी ऐसा ही होगा. हालांकि, चर्चा ये भी है कि सिर्फ 50 फीसदी DA को ही मूल वेतन में मर्ज किया जाएगा. इससे ऊपर के 11 फीसदी को मर्ज नहीं किया जाएगा. हालांकि, इस पर अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है और न ही सरकार की तरफ से इस पर कोई ठोस वजह दी गई है. ये सब नए कमीशन की सिफारिशों पर निर्भर करेगा.
ये भी पढ़ें:- SBI बैंक ने होली से पहले ग्राहकों को दी राहत, नहीं बढ़ाया MCLR, जानिये क्या कम होगी EMI?
जीरो से शुरू होगी DA की कैलकुलेशन
8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) के लागू होने के बाद केंद्रीय कर्मचारियों की नई बेसिक सैलरी पर DA की कैलकुलेशन होगी. इसे 0 से शुरू किया जाएगा. मान लीजिए किसी की बेसिक सैलरी 34200 रुपए होगी तो जनवरी 2026 से उसका महंगाई भत्ता 0 होगा. फिर जुलाई 2026 में इसमें 3-4 फीसदी (जो भी महंगाई भत्ता बनेगा) जोड़ा जाएगा. इसके बाद से ही आगे की कैलकुलेशन जारी होगी. महंगाई भत्ते के शून्य होने पर दूसरे भत्तों पर भी फर्क आएगा.
महंगाई भत्ते (DA) की गणना
8वें वेतन आयोग के लागू होने पर महंगाई भत्ते को मूल वेतन में जोड़ा जाएगा. अगर महंगाई भत्ता 50% या उससे ज्यादा है, तो इसे नए पे-कमीशन पर मर्ज करने का प्रावधान है. महंगाई भत्ता (DA) की गणना उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) के आधार पर की जाती है. CPI में समय-समय पर बदलाव होता है, जिससे DA में भी परिवर्तन होता है. 8वें वेतन आयोग के लागू होने पर वर्तमान DA को मूल वेतन में जोड़ने से कर्मचारियों का कुल वेतन बढ़ेगा. मान लीजिए, मौजूदा स्थिति में एक कर्मचारी की अभी बेसिक सैलरी ₹18,000 है और महंगाई भत्ता 50% है तो DA ₹9,000 होगा. 8वें वेतन आयोग (8th pay commission) के लागू होने पर अगर DA को मूल वेतन में जोड़ दिया जाता है तो कुल वेतन ₹27,000 हो जाएगा.
ये भी पढ़ें:- FD Rate: फिक्सड डिपॉजिट पर धांसू ब्याज! ये बैंक दे रहे हैं 9.5% तक रिटर्न!
क्यों 0 होगा महंगाई भत्ता?
जब भी नया वेतनमान लागू किया जाता है कर्मचारियों को मिलने वाले DA को मूल वेतन में जोड़ दिया जाता है. जानकारों का कहना है कि यूं तो नियम कर्मचारियों को मिलने वाले शत-प्रतिशत डीए को मूल वेतन में जोड़ना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं हो पाता. वित्तीय स्थिति आड़े आती है. हालांकि, साल 2016 में ऐसा किया गया. उससे पहले साल 2006 में जब छठा वेतनमान आया तो उस समय पांचवें वेतनमान में दिसंबर तक 187 प्रतिशत DA मिल रहा था. पूरा डीए मूल वेतन में मर्ज दिया गया था. इसलिए छठे वेतनमान का गुणांक 1.87 था. तब नया वेतन बैंड और नया ग्रेड वेतन भी बनाया गया था. लेकिन, इसे देने में तीन साल लग थे.
कब शून्य होगा महंगाई भत्ता?
एक्सपर्ट्स की मानें तो पे-कमीशन की सिफारिशों के बाद इसे 8वां वेतन आयोग (8th Pay Commission) के साथ जनवरी 2026 से ही लागू किया जाएगा. तब महंगाई भत्ता शून्य किया जाएगा. ऐसे में महंगाई भत्ते को तभी मर्ज किया जाएगा और शून्य से इसकी कैलकुलेशन होगी. मतलब जनवरी से जून 2026 के AICPI इंडेक्स से तय होगा कि महंगाई भत्ता 3 फीसदी, 4 फीसदी या कितना होगा. ये स्थिति साफ होते ही कर्मचारियों को 0 फीसदी से आगे महंगाई भत्ते दिया जाएगा.
