Honey Trap Case मुंबई के एक कारोबारी को हनी ट्रैप में फंसाकर पहले तो अपहरण किया गया और फिर फिरौती के तौर पर 50 लाख रुपये वसूले गए। पुलिस ने जब मामले का खुलासा किया तो पता चला कि इस घटना को अंजाम देने वाली महिला कारोबारी को लंबे समय से ब्लैकमेल कर रही थी। इस मामले में कुछ गिरफ्तारियां हुई हैं इनमें महिला और उसका पति भी शामिल हैं।
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जागरण संवाददाता, जमशेदपुर। Jamshedpur Crime: मुंबई के कारोबारी मेहुल प्रवीण शाह को हनी ट्रैप में फंसाकर अपहरण और 50 लाख रुपये फिरौती वसूली की घटना को एक माह की तैयारी के बाद श्वेता और उसके पति सिद्धार्थ ने घटना को अंजाम दिया था। इसके लिए दंपती ने शहर के शातिर अपराधियों का सहयोग भी लिया था।
सहयोगियों में गिरफ्तार बिरसानगर के त्रिवेणी अपार्टमेंट निवासी बाबू पिल्ले के विरुद्ध चोरी, छिनतई और डकैती के मामले दर्ज हैं।
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वह पहले बर्मामाइंस थाना क्षेत्र के कैरेज कॉलोनी में रहता था, जबकि अभिषेक सिंह हत्या और रंगदारी मामले का आरोपित है। वह मूल रूप से मध्य प्रदेश का निवासी है, जो पिल्ले का करीबी है।
अपहरण और फिरौती मामले में रांची जिले के एयरपोर्ट थाना की पुलिस के कब्जे में पिल्ले, अभिषेक सिंह, तौकीर शेख और बिलास मोहन मांजरेकर है।
जुगसलाई के युवक इरफान की तलाश पुलिस को है। अपहरण करने से लेकर फिरौती वसूलने तक गिरोह के सदस्यों को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई थी।
श्वेता का मायका कदमा थाना क्षेत्र में है। उसके पिता आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र की एक कंपनी में काम करते हैं। श्वेता ने राजस्थान के युवक सिद्धार्थ से प्रेम विवाह किया है।
मुंबई के कारोबारी का मामला सामने आने के बाद पुलिस टीम श्वेता और उसके पति तक श्वेता के पिता से पूछताछ के बाद ही पहुंच पाई थी।
दंपती की गिरफ्तारी के बाद एक-एक कर सभी पकड़े गए। गिरोह ने पूरे संगठित होकर से काम किया। तय हुआ था कि 50 लाख रुपये मिलने पर आधी राशि पर श्वेता और बाकी बचे हुए रुपये का बंटवारा गिरोह में शामिल सदस्यों के बीच किया जाएगा।
विगत दस साल से कारोबारी के यहां श्वेता काम कर रही थी। एक साल से कारोबारी के संपर्क में मोबाइल पर थी। वीडियो कॉल और चैट पर दोनों की बातचीत होती थी।
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इस तरह घटना को दिया गया अंजाम
- श्वेता ने कारोबारी को फांसकर मंगलवार को रांची बुलवाया, वहां साथियों के साथ मिलकर अपहरण कर लिया।
- अपहरण के बाद कुछ समय के लिए जमशेदपुर लाया, श्वेता ने कारोबारी का अश्लील वीडियो बनाया।
- जमशेदपुर में डराने-धमकाने के बाद कारोबारी को चक्रधरपुर के गोइलकेरा की ओर अपहरणकर्ता ले गए।
- वीडियो वायरल कर देने और छोड़ने की एवज में करीब 50 लाख रुपये कारोबारी से मांगे।
- कारोबारी ने 50 लाख रुपये मुंबई से हवाला के जरिए मंगवाया और अपहरणकर्ताओं को दिए।
- रिहाई के बाद कारोबारी मुंबई वापस जाने के लिए रांची एयरपोर्ट पहुंचे, वहां थाने को सूचित किया।
- मुंबई पुलिस को भी मामले की सूचना मिली, इसके बाद झारखंड की पुलिस ने अपहरणकर्ताओं को दबोचा।
ब्लैकमेल कर हमेशा कारोबारी से रुपये लेती थी महिला
कारोबारी का अश्लील वीडियो बनाने के बाद श्वेता ब्लैकमेल कर कारोबारी से रुपये लेती थी। दस साल से वह कारोबारी के यहां काम कर रही थी।
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कारोबारी को जाल में फांसकर रुपये वसूल करती थी। यह सिलसिला लंबे समय से चल रहा था। कारोबारी से एक ही बार में 50 लाख रुपये वसूलने की योजना में वह सफल तो हुई, लेकिन फंस गई।
अपहरण के बाद फिरौती के रूप में मिले 50 लाख रुपये का बंटवारा भी आरोपितों ने आपस में कर लिया था। महिला को 25 लाख रुपये मिले थे। बाकी बचे रुपये घटना में शामिल गिरोह के सदस्यों के हाथ लगा था।