प्रधानमंत्री जन धन योजना अगस्त 2014 में शुरू की गई थी. इस दौरान दिसंबर, 2014 तक करीब 10.5 करोड़ पीएमजेडीवाई खाते खोले गए थे. इन खातों का अब 10 साल के बाद पुनः केवाईसी होना है.
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नई दिल्ली. देशभर के करोड़ों जनधन खाता धारकों के लिए एक अहम खबर है. वित्तीय सेवा सचिव एम नागराजू ने बैंकों से कहा कि वे ऐसे जन धन खातों के लिए नए सिरे से केवाईसी (अपने ग्राहक को जानें) प्रक्रिया अपनाएं, जिनका वैलिडेशन होना है. प्रधानमंत्री जन धन योजना (PMJDY) 2014 में शुरू की गई थी. अगस्त, 2014 से दिसंबर, 2014 की अवधि के दौरान लगभग 10.5 करोड़ पीएमजेडीवाई खाते खोले गए थे. इन खातों का अब 10 साल के बाद पुनः केवाईसी होना है. हालांकि, अगस्त 2024 तक इन खातों की संख्या 53.13 करोड़ पर पहुंच चुकी है. वित्त मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, इनमें से 55.6 प्रतिशत (29.56 करोड़) खाताधारक महिलाएं हैं और 66.6 प्रतिशत (35.37 करोड़) खाते ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में हैं. 28 अगस्त 2024 को प्रधानमंत्री जन धन योजना के 10 साल पूरे हुए हैं.
कैसे होगा KYC
वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा कि नागराजू ने प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) खाताधारकों के लिए नए सिरे से केवाईसी प्रक्रिया शुरू करने के लिए सभी हितधारकों के साथ बैठक की. बैठक के दौरान नागराजू ने पुनः केवाईसी करने के लिए एटीएम, मोबाइल बैंकिंग, इंटरनेट बैंकिंग और अन्य उपलब्ध डिजिटल चैनलों जैसे सभी माध्यमों में सभी प्रक्रियाएं अपनाने का सुझाव दिया.
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उन्होंने कहा कि बैंकों को अन्य समकक्ष बैंकों द्वारा अपनाई गई सर्वोत्तम व्यवहार को लागू करने के लिए भी तत्पर रहना चाहिए. नागराजू ने बैंकों से आग्रह किया कि वे पीएमजेडीवाई योजना की शुरुआत के समय वाले उत्साह के साथ काम करें और ग्राहकों को किसी भी असुविधा से बचाने के लिए पुन: केवाईसी का कार्य पूरा करें.
बयान में कहा गया है कि उन्होंने बैंकों को समयबद्ध तरीके से पुन: केवाईसी को पूरा करने के लिए जहां भी आवश्यक हो, अतिरिक्त कर्मचारियों को तैनात करने का निर्देश दिया.
(भाषा से इनपुट के साथ)