जागरण संवाददाता, प्रयागराज। महाकुंभ मेले के दौरान प्रयागराज आने वाले हर रेलवे ट्रैक पर ड्रोन से निगरानी की जाएगी। ड्रोन की लाइव फुटेज रेलवे के कंट्रोल रूम से जुड़ी होगी। बड़ी स्क्रीन पर सुरक्षाकर्मी हर गतिविधि पर नजर रखेंगे। रेल पटरी पर किसी भी बड़ी घुसपैठ या संदिग्ध गतिविधि दिखते ही अलर्ट जारी किया जाएगा और तत्काल मौके पर आरपीएफ की क्विक रिस्पांस टीम पहुंचेगी।
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यह निर्णय गुरुवार को मेला प्राधिकरण में आयोजित बैठक के दौरान रेल प्रशासन व मेला प्रशासन के बीच लिया गया।
रेलवे की ओर से यह भी बताया गया कि बीते कुछ महीनो में रेलवे ट्रैक पर संदिग्ध चीजों को मिलने और ट्रेन को पलटने जैसी साजिशों को नजर अंदाज नहीं कर रहे हैं। महाकुंभ के दौरान सुरक्षा का स्तर सर्वोच्च होगा।
इसके अलावा रेल पटरी के आसपास रहने वाले लोगों पर भी रेलवे ड्रोन से ही नजर रखेगा। जो अवैध बस्तियां रेलवे की जमीन पर इस समय मौजूद है वहां भी कैमरे से निगरानी की जाएगी।
आई ट्रिपलसी सभागार कार्यालय में उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक उपेंद्र चंद्र जोशी ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि रेल कर्मी हर तरह से सामंजस्य बनाकर और सहयोग देकर महाकुंभ संपन्न कराने में अपना पूर्ण योगदान देंगे। रेलवे ट्रैक की सुरक्षा में सिविल पुलिस से भी मदद मांगी गई है।
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रेलवे स्टेशन के आसपास का इलाका तो आरपीएफ अपनी निगरानी में रखेगी, साथ ही ड्रोन से भी उन पर नजर रखी जाएगी। लेकिन रेलवे स्टेशन से दूर रेल पटरी पर निगरानी की बड़ी जिम्मेदारी सिविल पुलिस को सौंपी गई है।
बैठक के दौरान उन सभी स्थानों को भी चिन्हित करने का निर्णय लिया गया जहां से लोग रेलवे ट्रैक पर आ सकते हैं। य भीड़ बढ़ने पर ट्रेन पकड़ने के लिए उस रास्ते से स्टेशन तक पहुंच सकते हैं। रेलवे स्टेशन के अंदर प्रवेश के लिए रेलवे द्वारा निर्धारित मार्ग का ही प्रयोग किया जाए इसके लिए अनिवार्य व्यवस्था रखी जाएगी।
बैठक में अभी अधूरे रोड ओवर ब्रिज, रोड अंडर ब्रिज के कार्यों मैं तेजी लाकर उसे साथ समय खत्म करने, स्टेशन के अंदर के मूवमेंट प्लान, संगम क्षेत्र से प्रयागराज क्षेत्र के सभी स्टेशनों तक आवागमन के लिए भीड़ के प्रवाह पर विस्तार से चर्चा हुई। महाकुंभ के दौरान अधिकतम विशेष गाड़ियों के संचालन, कुंभ से जुड़े सभी स्टेशनों एवं आईट्रिपल सी के मध्य संचार व्यवस्था को बेहतर करने पर विचार विमर्श हुआ।
बैठक में आईजी आरपीएफ एएन सिंह, डीआरएम प्रयागराज हिमांशु बडोनी, मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत, मेलाधिकारी विजय किरन आनंद, डीएम रविंद्र कुमार मांदड़, एडीआरएम संजय सिंह आदि मौजूद रहे।
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कई विभागों के बीच बनी रणनीति
बैठक के दौरान रेल प्रशासन, जिला एवं पुलिस प्रशासन, मेला प्राधिकरण, उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड, पीडब्ल्यूडी, सेतु निगम सहित सभी संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। भीड़ प्रबंधन की योजना पर विभागों ने अपना अपना पक्ष रखा।
8 रेलवे स्टेशन से चलेगी विशेष ट्रेन
- 1200 विशेष ट्रेन स्नान पर्वों पर चलने की तैयारी
- 5000 विशेष ट्रेन मेला अवधि में चलाने की विकसित हुई क्षमता