डिजिटल वॉलेट कंपनी मोबिक्विक ने RBI और यस बैंक के साथ पार्टनरशिप में भारत की सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) ई-रुपी का फुल वर्जन पेश किया है.
ये भी पढ़ें:-Pension Scheme: एक अप्रैल से UPS शुरू, कौन-से कर्मचारी होंगे योग्य, स्कीम में कितना लाभ? जानिए पूरी ABCD
नई दिल्ली. डिजिटल वॉलेट कंपनी मोबिक्विक ने मंगलवार को कहा कि उसने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और यस बैंक के साथ साझेदारी में भारत की सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) ई-रुपी का फुल वर्जन पेश किया है. इसी तरह पेमेंट प्लेटफॉर्म क्रेड ने भी आरबीआई और यस बैंक के साथ साझेदारी में विकसित अपने ई-रुपी वॉलेट का बीटा संस्करण पेश किया है. कंपनी ने एक बयान में कहा कि क्रेड जैसे तृतीय पक्ष के ऐप प्रदाता के लिए सीबीडीसी जारी करने हेतु पहले प्रायोजक बैंक के रूप में यस बैंक की भूमिका नवाचार को आगे बढ़ाने की इसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है.
ये भी पढ़ें:-पेट्रोल, CNG और FASTag लेने के लिए जरूरी होगा थर्ड पार्टी इंश्योरेंस, नियम बदलने की तैयारी में सरकार
मोबिक्विक ई-रुपी वॉलेट के पूर्ण पैमाने के साथ आने वाला पहला डिजिटल वॉलेट है. नया सीबीडीसी उत्पाद इसके सभी एंड्रायड उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध है. ई-रुपी वॉलेट उपयोगकर्ताओं को यूपीआई के जरिये अन्य ई-रुपी वॉलेट के साथ ही नियमित बैंक खातों में भी धन भेजने और पाने करने की अनुमति देता है.
ये भी पढ़ें:-Jaipur Gold Silver Price: सोना के दाम में 400 रुपए की गिरावट, चांदी 1100 रुपए सस्ती हुई, जानिए सर्राफा बाजार में आज का रेट
क्या है डिजिटल रुपया
डिजिटल रुपया, भारतीय रुपये, कागजी मुद्रा का इलेक्ट्रॉनिक रूप है, इसे ई-रुपया भी कहा जाता है. ई-रुपी को भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा बनाया और रेग्युलेट किया जाता है. डिजिटल रुपये का इस्तेमाल, लेन-देन करने, पैसों को डिजिटल रूप से स्टोर करने, और अन्य तरह के भुगतान करने के लिए किया जा सकता है.
ये भी पढ़ें:- Budget 2025 Expectation: बजट में महिलाओं के लिए बड़ा ऐलान कर सकती हैं वित्त मंत्री, जानकारों ने क्या जताई उम्मीद?
डिजिटल रूपी दो फॉर्म में उपलब्ध है. इनमें पहला CBDC-R यानी रिटेल और दूसरा CBDC-W होलसेल. ई रुपी रिटेल गैर आर्थिक ग्राहक, प्राइवेट सेक्टर और बिजनेस को चलाने के लिए है. इसका उपयोग रोजमर्रा के लेनदेन में किया जाएगा, जबकि होलसेल ई-रुपी कुछ चयनित फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन के लिए होगा.