IPL 2025 big update गुजरात टाइटंस की 67 प्रतिशत हिस्सेदारी टॉरेंट ग्रुप ने अधिग्रहित की है. बीसीसीआई से मंजूरी मिलने के बाद यह सौदा पूरा हुआ. सीवीसी कैपिटल पार्टनर्स ने 2021 में टीम खरीदी थी.
नई दिल्ली. इंडियन प्रीमियर लीग के नए सीजन की शुरुआत में अब गिनती के दिन बच गए हैं. टूर्नामेंट के शुरू होने से पहले गुजरात टाइटंस की टीम में एक बड़ा बदलाव हुआ है. अहमदाबाद स्थित कारोबारी समूह टॉरेंट ग्रुप ने सोमवार को कहा कि उसने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के नए सीजन की शुरुआत से पहले गुजरात टाइटंस की फ्रेंचाइजी टीम में 67 प्रतिशत हिस्सेदारी का अधिग्रहण पूरा कर लिया है.
टॉरेंट ग्रुप ने एक बयान में कहा कि गुजरात टाइटंस (इरेलिया स्पोर्ट्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड) में 67 प्रतिशत हिस्सेदारी की खरीद को भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) सहित सभी आवश्यक मंजूरी मिल गई है. टॉरेंट ग्रुप ने गुजरात टाइटंस की हिस्सेदारी को इरेलिया कंपनी पीटीई लिमिटेड से हासिल किया है जिसका स्वामित्व फिलहाल निजी इक्विटी कोष सीवीसी के पास है. स्वास्थ्य सेवा और ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े समूह ने बयान में कहा, ‘‘जरूरी शर्तों को पूरा करने के साथ ही अब अधिग्रहण सफलतापूर्वक पूरा हो गया है.’’
लेन-देन के हिस्से के रूप में इरेलिया के पास 33 प्रतिशत की अल्पांश हिस्सेदारी बनी रहेगी जिससे इस फ्रेंचाइजी के साथ उसका जुड़ाव बरकरार रहेगा. टॉरेंट ग्रुप ने इस अधिग्रहण सौदे से जुड़े वित्तीय विवरण का खुलासा नहीं किया है. सीवीसी कैपिटल पार्टनर्स ने साल 2021 में गुजरात टाइटंस फ्रेंचाइजी को 5,600 करोड़ रुपये में खरीदा था. इस टीम ने अपने पहले सत्र में ही आईपीएल का खिताब जीतकर शानदार आगाज किया था.
ये भी पढ़ें:- बड़ी खबर: IPL 2025 के लिए BCCI ने किया नए नियम का ऐलान, अब फ्रेंचाइज सिर्फ एक मैच के लिए भी कर सकती है रिप्लेसमेंट साइन
टॉरेंट ने 12 फरवरी को इस सौदे के लिए पक्के समझौते पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की थी. यह अधिग्रहण भारत के तेजी से बढ़ते खेल क्षेत्र में टॉरेंट समूह के प्रवेश को दर्शाता है. टॉरेंट दुनिया की सबसे लोकप्रिय टी20 क्रिकेट लीग आईपीएल से जुड़ने वाला नया कॉरपोरेट समूह है. आईपीएल में फिलहाल 10 टीमें मौजूद हैं जिनमें से अधिकांश टीमों का स्वामित्व बड़ी कंपनियों के पास है.
देश के 10 प्रमुख शहरों या राज्यों के नाम पर गठित इन टीमों का स्वामित्व बड़े भारतीय समूहों (रिलायंस इंडस्ट्रीज, जेएसडब्ल्यू ग्रुप, जीएमआर ग्रुप, आरपी संजीव गोयनका ग्रुप), बहुराष्ट्रीय कंपनियों (यूनाइटेड स्पिरिट्स के माध्यम से डियाजियो पीएलसी) और अतिसमृद्ध भारतीयों के पारिवारिक कार्यालयों के पास है.
ये भी पढ़ें:- WPL 2025 चैंपियन बनने पर मुंबई इंडियंस को मिले इतने करोड़, दिल्ली कैपिटल्स पर भी बरसा धन
सबसे अमीर भारतीय मुकेश अंबानी की रिलायंस मुंबई इंडियंस की मालिक है, जबकि इंडिया सीमेंट्स के एन श्रीनिवासन और परिवार चेन्नई सुपर किंग्स के मालिक हैं. संजीव गोयनका का आरपीएसजी ग्रुप लखनऊ सुपर जायंट्स का मालिक है, जबकि दिल्ली कैपिटल्स का स्वामित्व जीआरएम ग्रुप एंटिटीज और जेएसडब्ल्यू ग्रुप (प्रत्येक 50 प्रतिशत) के संयुक्त उद्यम के पास है.
सनराइजर्स हैदराबाद का स्वामित्व सन ग्रुप के पास है, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर का स्वामित्व यूनाइटेड स्पिरिट्स लिमिटेड के पास है और पंजाब किंग्स का स्वामित्व मोहित बर्मन (डाबर) (48 प्रतिशत), नेस वाडिया (वाडिया ग्रुप) 23 प्रतिशत, प्रीति जिंटा (23 प्रतिशत) और करण पॉल (एपीजे सुरेंद्र ग्रुप) (6 प्रतिशत) के पास है. फिल्म अभिनेता शाहरुख खान और उनकी पत्नी गौरी खान के गौरी खान फैमिली ट्रस्ट (55 प्रतिशत) और जूही चावला एवं जय मेहता के मेहता ग्रुप (45 प्रतिशत) के पास कोलकाता नाइट राइडर्स का स्वामित्व है.
