अप्रैल 2021-जनवरी 2022 के दौरान कुल मिलाकर निर्यात 46.73 प्रतिशत बढ़कर 335.88 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया जो एक साल पहले इसी अवधि में 228.92 अरब डॉलर था। अप्रैल-जनवरी की अवधि के दौरान आयात 62.65 प्रतिशत बढ़कर 495.75 अरब डॉलर हो गया
नई दिल्ली, पीटीआइ। इंजीनियरिंग, पेट्रोलियम और रत्न एवं आभूषण जैसे क्षेत्रों के अच्छे प्रदर्शन के कारण जनवरी में भारत का निर्यात 25.28 प्रतिशत बढ़कर 34.50 अरब डॉलर हो गया। वाणिज्य मंत्रालय ने मंगलवार को यह आंकड़ा जारी किया। हालांकि, महीने के दौरान व्यापार घाटा भी बढ़कर 17.42 अरब हो गया। समीक्षाधीन महीने के दौरान आयात 23.54 प्रतिशत बढ़कर 51.93 अरब डॉलर हो गया।
ये भी पढ़ें: होली से पहले महंगाई से जुड़े भत्ते में हुई खासी बढ़ोतरी, इन पेंशनरों को होगा फायदा
अप्रैल 2021-जनवरी 2022 के दौरान कुल मिलाकर निर्यात 46.73 प्रतिशत बढ़कर 335.88 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 228.92 अरब डॉलर था। अप्रैल-जनवरी की अवधि के दौरान आयात 62.65 प्रतिशत बढ़कर 495.75 अरब डॉलर हो गया। दस महीने की अवधि में व्यापार घाटा 159.87 अरब डॉलर रहा, जो एक साल पहले इसी अवधि में 75.87 अरब डॉलर था।
फरवरी के पहले सप्ताह में निर्यात 28.51 प्रतिशत बढ़ा
देश का निर्यात फरवरी के पहले सप्ताह (एक से सात फरवरी) में 28.51 प्रतिशत बढ़कर 8.67 अरब डॉलर रहा। इसमें पेट्रोलियम, इंजीनियरिंग और रत्न एवं आभूषण क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन का योगदान है। जनवरी में देश का निर्यात 23.69 प्रतिशत बढ़कर 34.06 अरब डॉलर रहा था। संचयी रूप से चालू वित्त वर्ष 2021-22 में अप्रैल-जनवरी के दौरान निर्यात 46.53 प्रतिशत बढ़कर 335.44 अरब डॉलर रहा। यह पिछले साल इसी अवधि में 228.9 अरब डॉलर था।
दिसंबर में निर्यात 38.91 प्रतिशत बढ़ा
ये भी पढ़ें: इलेक्ट्रॉनिक हस्ताक्षर और KRA की बदौलत रिकॉर्ड संख्या में पिछले साल खुले खाते, जानें इनका महत्व
इंजीनियरिंग, कपड़ा और रसायन जैसे क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन की वजह से दिसंबर 2021 में देश का निर्यात सालाना आधार पर 38.91 प्रतिशत बढ़कर 37.81 अरब डॉलर रहा। व्यापार घाटा बढ़कर 21.68 अरब अमेरिकी डॉलर हो गया। दिसंबर 2021 में आयात भी 38.55 प्रतिशत बढ़कर 59.48 अरब डॉलर हो गया।
नवंबर में वस्तुओं का निर्यात पिछले वर्ष समान अवधि के मुकाबले 26.49 प्रतिशत और नवंबर, 2019 के मुकाबले 15.93 प्रतिशत बढ़ा। हालांकि नवंबर के आयात में पिछले वर्ष समान अवधि के मुकाबले 57.18 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही।