अगर आप गाड़ी चलाते हैं तो आपके पास ड्राइविंग लाइसेंस होना बेहद जरूरी है. आप बिना डीएल के गाड़ी सड़क पर नहीं चला सकते हैं. लोगों को ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के लिए बहुत चक्कर काटने पड़ते थे. दिल्ली सरकार ने ड्राइविंग लाइसेंस बनाने वाले उन्ही लोगों की परेशानी को देखते हुए और कोरोना के खतरे को बढ़ने से रोकने के लिए घर बैठकर लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया शुरू की है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 11 अगस्त को फेसलेस ट्रांसपोर्ट सर्विस लॉन्च की है. दिल्ली सरकार के इस सर्विस के तहत 33 ट्रांसपोर्ट सर्विस को जोड़ा गया है जिसमें ऑनलाइन लर्नर लाइसेंस टेस्ट, गाड़ी को रजिस्ट्रेशन, परमिट आदि आते हैं. यह सारी प्रक्रिया अब फेसलेस होंगे. मुख्यमंत्री केजरीवाल ने इस फेसलेस ट्रांसपोर्ट सर्विस को 21वीं सदी के भारत में एक क्रांतिकारी कदम बताया है.
मुख्यमंत्री ने बताया क्रांतिकारी कदम
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा यह एक क्रांतिकारी कदम है. अब फाइल्स, ऑफिस की कोई झंझट नहीं होगी. अब सबकुछ घर बैठे कंप्युटर से ऑनलाइन माध्यम से होगा. अब लोगों को ब्रोकर से और आढ़तियों से मिलने की जरूरत नहीं होगी. अब लोगों को ऑफिस सिर्फ ड्राइविंग टेस्ट और अपनी गाड़ी के फिटनेस टेस्ट के लिए आना पड़ेगा. 21वीं सदी के भारत में यह एक बड़ा कदम है. यह सिस्टम बड़ी जल्दी पूरे भारत में शुरू की जाएगी.
फेसलेस ट्रांसपोर्ट सर्विस के तहत अब व्यक्ति घर बैठे लर्नर लाइंसेंस के लिए आवेदन कर सकता है. लोगों को दिल्ली ट्रांसपोर्ट की इस सर्विस का फायदा उठान के लिए transport.delhi.gov.in पर जाना होगा और वहां मांगे गए जरूरी दस्तावेज देने होंगे और उसकी फीस देनी होगी.
ई-लर्नर लाइसेंस ऑनलाइन टेस्ट के माध्यम से प्राप्त किया जा सकेगा. पहली प्रक्रिया में आपका एप्लीकेशन को देखा जाएगा, आपके दस्तावेजों को वैरिफाई किया जाएगा फिर इसके बाद इसे अप्रूव कर मोटर लाइसेंस ऑफिसर या मोटर इंसपेक्टर को आगे की प्रकिया के लिए भेजा जाएगा.
आवेदन करने वाले को डॉक्यूमेंट्स स्पीड पोस्ट के माध्यम से भेजे जाएंगे, इसके अलावा आवेदक को रजिस्ट्रेड मोबाइल नंबर पर लिंक भी भेजा जाएगा जहां से वह इसे डाउनलोड भी कर सकते हैं.
इस पूरी प्रक्रिया में आवेदक को बस ड्राइविंग टेस्ट और गाड़ी के फिटनेस टेस्ट के लिए ही आरटीओ के ऑफिस में जाना होगा.