Supertech के ग्राहकों के लिए जरूरी खबर है। NCLT ने कंपनी को दिवालिया घोषित कर दिया है। कंपनी यूनियन बैंक का कर्जा नहीं लौटा पा रही थी। इस कारण उसे दिवालिया घोषित करते हुए नया IRP नियुक्त किया गया है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Supertech के ग्राहकों के लिए जरूरी खबर है। अब उनके फंसे हुए फ्लैट वापस मिलने की उम्मीद जगी है। क्योंकि नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) की दिल्ली बेंच ने बकाया भुगतान न करने के लिए रियल्टी डेवलपर सुपरटेक (Supertech) को दिवालिया घोषित कर दिया है। यह फैसला NCLT ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया द्वारा दायर एक याचिका को स्वीकार करने के बाद दिया। इसके साथ ही NCLT ने हितेश गोयल को दिवाला समाधान पेशेवर (IRP) के रूप में नियुक्त किया है। इस कंपनी की एनसीआर में कई बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं।
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जानकारों की मानें तो NCLT में केस आने के बाद Supertech के ग्राहकों को समाधान का एक रास्ता मिल गया है। इससे अब उनके फ्लैट का पजेशन जल्दी मिलने की उम्मीद जगी है। NCLT में केस आने के मायने हैं कि अब प्रोजेक्ट को पूरा करने में आने वाली दिक्कतों पर फोकस किया जाए। इसलिए तत्काल ही हितेश गोयल को IRP बनाया गया है। अब वे कंपनी के प्रोजेक्ट को जल्दी निपटाने में मदद करेंगे।