SBI के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने कहा कि बैंक एक बार फिर FD पर ब्याज बढ़ाएगा. SBI प्रमुख का बयान रिजर्व बैंक के रेपो रेट बढ़ाने के बाद आया है. खारा ने कहा कि बैंक पहले भी FD पर ब्याज बढ़ा चुका है.
नई दिल्ली. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के रेपो रेट में बढ़ोतरी करने के बाद से कई बैंकों ने लोन की ब्याज दरों में इजाफा किया है. कुछ बैंकों ने फिक्स्ड डिपॉजिट (Fixed Deposit) पर दिए जाने वाले ब्याज में भी बढ़ोतरी की है. अब देश की सबसे बड़ी सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक भी FD पर ब्याज दरों को बढ़ा सकती है. दो दिन पहले ही RBI ने बुधवार को रेपो दर को 50 आधार अंक बढ़ाकर 4.90 प्रतिशत कर दिया है
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SBI के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा ने कहा कि बैंक एक बार फिर FD पर ब्याज बढ़ाएगा. SBI प्रमुख का बयान रिजर्व बैंक के रेपो रेट बढ़ाने के बाद आया है. खारा ने कहा कि बैंक पहले भी FD पर ब्याज बढ़ा चुका है। अब RBI के रेपो रेट बढ़ाने के बाद इसमें एक बार और बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है.
एक महीने पहले भी बढ़ाई थी ब्याज दर
पिछले महीने एसबीआई ने 2 करोड़ या इससे ज्यादा राशि की फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की थी. एसबीआई की वेबसाइट के अनुसार 2 करोड़ या इससे ऊपर की 3 से पांच और 5 से 10 साल की अवधि वाली फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दरों में 90 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की गई थी. अब 4.50 फीसदी की वार्षिक दर से ब्याज मिलेगा.
जानें कितना मिलेगा ब्याज
वर्तमान में भारतीय स्टेट बैंक में 12 महीने से 24 महीने के लिए खोली गई एफडी पर ग्राहकों को 5.10 फीसदी का ब्याज मिलता है. वहीं, अगर आप तीन से पांच साल के लिए एफडी कराते हैं तो एफडी पर ब्याज दर 5.45 फीसदी मिलेगा.
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ज्यादा देनी होगी EMI
रेपो रेट बढ़ने के बाद बैंकों ने अपने लोन की ब्याज दरों में भी बढ़ोतरी करनी शुरू कर दी है. ग्राहकों के लोन की EMI भी महंगी हो जाएगी. रेपो रेट बढ़ने से लोन महंगा हो जाता है, क्योंकि बैंक भी अपना MCLR रेट बढ़ा देते हैं. MCLR रेट बढ़ने पर लोन महंगा हो जाता है. RBI ने बुधवार 8 जून को क्रेडिट पॉलिसी जारी करते हुए रेपो रेट में आधा परसेंट की बढ़ोतरी कर दी. साथ ही आरबीआई ने सिस्टम से धीरे-धीरे नकदी कम करने के संकेत भी दिये थे. पॉलिसी के बाद SBI ने कहा था कि अब EMI जल्द बढ़ने वाली है.