Coronavirus India: देश में 103 दिन बाद एक दिन में 8000 से ज्यादा नए मामले दर्ज हुए हैं. जानिए पिछले 10 दिनों में कैसे बढ़े संक्रमण के मामले.
देश में जानलेवा कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर सरकार के माथे पर चिंता की लकीर खींच दी है. देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना (Covid 19) के 8 हजार से ज्यादा नए मामले दर्ज किए गए हैं. वहीं, 10 लोगों की मौत हो गई. आंकड़ों के मुताबिक देश में संक्रमण से जिन 10 और लोगों की मौत हुई है, उनमें से पांच की केरल, दो की दिल्ली और एक-एक मरीज की मौत गुजरात, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में हुई. बड़ी बात यह है कि देश में 103 दिन बाद एक दिन में 8000 से ज्यादा नए मामले दर्ज हुए हैं. जानिए पिछले 10 दिनों में कैसे बढ़े संक्रमण के मामले.
पहले जानिए आज का ताजा हाल?
आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस के कुल 8329 नए मामले दर्ज किए गए, जबकि 10 और मरीजों के जान गंवाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 5 लाख 24 हजार 757 पर पहुंच गई है. संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 4 करोड़ 32 लाख 13 हजरा 435 पर पहुंच गई, जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 40 हजार 370 हो गई. उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.09 फीसदी है, जबकि कोविड-19 से स्वस्थ होने की राष्ट्रीय दर 98.69 फीसदी दर्ज की गई.
आंकड़ों के अनुसार, बीते 24 घंटे में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 4,103 मामलों की वृद्धि दर्ज की गई. संक्रमण की दैनिक दर 2.41 फीसदी दर्ज की गई और साप्ताहिक संक्रमण दर 1.75 प्रतिशत रही. इस बीमारी से उबरने वाले मरीजों की संख्या बढ़कर 4 करोड़ 26 लाख 48 हजार 308 हो गयी है, जबकि मृत्यु दर 1.21 प्रतिशत है. देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 192.92 करोड़ से अधिक खुराक दी गई हैं.
पिछले 10 दिनों में किस दिन कितने मामले रिपोर्ट हुए?
- 10 जून- 8329 मामले
- 9 जून- 7584 मामले
- 8 जून- 7240 मामले
- 7 जून- 5233 मामले
- 6 जून- 3714 मामले
- 5 जून- 4518 मामले
- 4 जून- 4270 मामले
- 3 जून- 3962 मामले
- 2 जून- 4041 मामले
- 1 जून- 3712 मामले
ढिलाई बरतना और छुट्टियों का दौर संक्रमण की वजह- विशेषज्ञ
विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना के मामलों में वृद्धि की वजह लोगों द्वारा ढिलाई बरतना और छुट्टियों का दौर है. राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल के अधीक्षक बीएल शेरवाल ने कहा कि सतर्क रहने की जरूरत है, लेकिन घबराना नहीं चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘हर किसी ने सतर्कता कम कर दी है, ऐसे में मामले बढ़ेंगे. मरीज तीन-चार दिन में ठीक हो रहे हैं और उन्हें बुखार, बदन दर्द और दस्त की शिकायत हो रही है. यह अच्छी बात है कि फेफड़ों में संक्रमण नहीं हो रहा है और ऑक्सीजन की जरूरत नहीं पड़ रही है.’’