होटल लवाना को कुछ दिनों पहले ही लखनऊ विकास प्राधिकरण की तरफ से नोटिस आया था लेकिन होटल नेताओं की पैरवी से मौज कर रहा था.
Lucknow hotel Fire : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के होटल लवाना में हुए अग्निकांड में 2 लोगों की मौत हो गई जबकि आधा दर्जन से ज्यादा लोगों की तबीयत बिगड़ गई, इनमें से एक दो की स्थिति गंभीर भी है. अब इस अग्निकांड के पीछे होटल की मनमानी और अनदेखा रवैया सामने आ रहा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार होटल लवाना को कुछ दिनों पहले ही लखनऊ विकास प्राधिकरण की तरफ से नोटिस आया था लेकिन होटल नेताओं की पैरवी से मौज कर रहा था. नेताओं के दखल के बाद प्राधिकरण की तरफ से कोई कार्रवाई नहीं की.
इस घटना ने प्राधिकरण की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए हैं. पिछले दिनों जब लखनऊ में इसी तरह की घटना हुई थी तो कार्रवाई और एक्शन की बात कही गई थी लेकिन अब तक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई. यह घटना 19 जून 2018 में नाका के एक होटल में हुई थी. जहां 5 लोगों की जलकर मौत हो गई थी और 16 एलडीए इंजीनियर दोषी पाए गए थे लेकिन दोषियों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. ऐसे में आज जब फिर हादसा हुआ तो पुराने सवालों ने फिर सिर उठा लिया है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि लखनऊ के हजरतगंज इलाके में होटल लवाना सूट में आज सुबह आ लग गई. भीषण आग की चपेट में कई लोगों के आने की आशंका को देखते हुए खिड़कियों को तोड़कर लोगों को निकालना शुरू किया गया. करीब तीन से चार घंटों के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद लगभग 2 दर्जन लोगों की जान बचाई जा सके. होटल के मालिक ने बताया कि होटल में 30 कमरे हैं, जिनमें से 18 कमरे बुक थे. जहां 35-40 लोग थे, जिनमें से कुछ लोग सुबह होटल से चले गए थे.