मेकअप ब्रांड Lakme कॉस्मेटिक्स देश में 1950 के दशक में पेश किया गया पहला स्वदेशी रूप से विकसित मेकअप ब्रांड था. इसके ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल दुनिया भर के 70 से ज्यादा देशों में किया जाता है.
Story of India’s First Cosmetic Brand Lakme: ज्यादातर महिलाओं ने पॉपुलर मेकअप ब्रांड Lakme के प्रोडक्ट्स जैसे- फेसवॉश, लिप्स्टिक, काजल, आई-लाइनर जैसी चीजों का इस्तेमाल कभी ना कभी तो जरूर किया होगा. मेकअप ब्रांड Lakme के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल दुनिया भर के 70 से ज्यादा देशों में किया जाता है. लैक्मे कॉस्मेटिक्स देश में 1950 के दशक में पेश किया गया पहला स्वदेशी रूप से विकसित मेकअप ब्रांड था. क्या आप जानते हैं कि Lakme का मतलब क्या होता है? ज्यादातर लोगों को यह नहीं पता होगा. यहां हम आपको बताने जा रहे हैं- Lakme के नामकरण के पीछे की दिलचस्प कहानी. इसके साथ ही, हम यह भी बताएंगे कि देश में Lakme की शुरुआत किस तरह हुई और कैसे यह देश का नंबर वन ब्यूटी ब्रांड बन गया.
आजादी के बाद महिलाएं विदेशी कॉस्मेटिक्स पर थीं निर्भर
1947 में भारत आजाद हुआ और इसके साथ ही देश में कई तरह के डेवलपमेंट शुरू हुए. देश में कई तरह के उद्योग शुरू किए गए लेकिन इस समय कॉस्मेटिक्स और ब्यूटी प्रोडक्ट्स के मामले में हमें अलग-अलग देशों पर निर्भर रहना पड़ता था. इसका मतलब है कि इस समय तक मेकअप का शौक रखने वाली महिलाएं ब्यूटी प्रोडक्ट्स के लिए विदेशी कॉस्मेटिक्स पर निर्भर थीं. इन ब्यूटी प्रोडक्ट्स को भारत में विदेशों से आयात किया जाता था. लेकिन इसमें दिक्कत यह थी कि इसके चलते देश में फॉरेक्स रिजर्व घट रहा था. जब हम विदेशों से कोई वस्तु आयात करते हैं तो उसे विदिशी मुद्रा में खरीदा जाता है.
पंडित नेहरू का था आइडिया
देश की आजादी के बाद ब्यूटी प्रोडक्ट्स को भारत में विदेशों से आयात किया जाता था. इसी समय देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने सोचा कि क्यों ना भारत में एक कॉस्मेटिक कंपनी खोली जाए. इसके बाद उन्होंने भारतीय उद्योगपति जमशेदजी टाटा को भारतीय कॉस्मेटिक इंडस्ट्री डालने का सुझाव दिया. टाटा को नेहरू जी का यह सुझाव पसंद आया और उन्होंने कॉस्मेटिक इंडस्ट्री की नींव रखी. इसके बाद कई ब्यूटी प्रोडक्ट्स भारत में ही बनने लगे.
लक्ष्मी से Lakme बनने की क्या है कहानी
जब इस कंपनी के नाम पर विचार किया गया तो पं. नेहरू ने जमशेदजी टाटा को इसका नाम लक्ष्मी रखने का सुझाव दिया. दरअसल, इस नाम के पीछे की वजह ये थी कि इस कंपनी को भारतीय मुद्रा को बचाने के विचार के साथ बनाई गई थी. इसलिए नेहरू जी को लगा इस कंपनी का नाम लक्ष्मी जी के नाम पर लक्ष्मी कॉस्मेटिक्स रख दिया जाए. हालांकि, जमशेदजी टाटा का मानना था कि शायद भारतीय महिलाओं को लक्ष्मी जी के नाम पर ब्यूटी प्रोडक्ट्स पसंद नहीं आएंगे और यह ब्रांड विदेशी ब्रांड्स को टक्कर नहीं दे पाएगी.
इसके बाद, जमशेदजी टाटा ने इसके नाम को लेकर और रिसर्च किए. उन्हें पता चला कि एक फ्रेंच ओपेरा का नाम Lakme है जो कि संस्कृत के शब्द लक्ष्मी जी से प्रेरित है. जिसके बाद जमशेदजी टाटा ने इस कंपनी का नाम Lakme रखने का फैसला किया. Lakme नाम का एक फायदा यह भी था कि यह थोड़ा मॉडर्न लगता है ऐसे में इसके लिए मॉडर्न नाम के साथ विदेशी ब्रांडों को टक्कर देना आसान था. इस तरह भारत की पहली कॉस्मेटिक कंपनी का नाम Lakme तय हुआ, जो कि असल में लक्ष्मी जी के नाम से प्रेरित था. हालांकि, बाद में इस कंपनी को हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड को बेच दी गई.