SBI MCLR Hike: देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई ने करोड़ों ग्राहकों को झटका दिया है. बैंक ने एमसीएलआर में 5 फीसदी इजाफा कर दिया है. अब ग्राहकों को लोन पर पहले से ज्यादा ईएमआई देनी होगी.
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नई दिल्ली. देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक यानी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपने करोड़ों ग्राहकों को तगड़ा झटका दिया है. बैंक ने सभी समयावधि के लिए अपने मार्जिनल कॉस्ट बेस्ड लेंडिंग रेट यानी एमसीएलआर (MCLR) में 0.05 फीसदी का इजाफा किया है. बैंक की नई दरें 15 जुलाई, 2023 से लागू हो गई है. इस वृद्धि के साथ उन कर्जदाताओं की ईएमआई बढ़ेगी, जिन्होंने एमसीएलआर पर कर्ज लिया है. इससे उन कर्जदारों पर फर्क नहीं पड़ेगा, जिन्होंने अन्य मानक ब्याज दरों पर कर्ज लिया है.
ज्यादातर कंज्यूमर लोन एक साल के मार्जिनल कॉस्ट बेस्ड लेंडिंग रेट के आधार पर होती है. ऐसे में एमसीएलआर में बढ़ोतरी से पर्सनल लोन, ऑटो और होम लोन महंगे हो सकते हैं. अब आपको लोन लेने पर पहले से ज्यादा ईएमआई का भुगतान करना होगा. ग्राहकों के जेब पर इसका सीधा असर पड़ेगा.
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नई MCLR दरें
इस वृद्धि के साथ एक साल के लिये एमसीएलआर बढ़कर 8.55 फीसदी हो गई है, जो अबतक 8.50 फीसदी थी. ज्यादातर कर्ज एक साल की एमसीएलआर दर से जुड़े होते हैं. एक महीने और 3 महीने की एमसीएलआर 0.05 फीसदी बढ़कर क्रमश: 8 फीसदी और 8.15 फीसदी हो गई है. वहीं 6 महीने की एमएसएलआर 8.45 फीसदी होगी.
क्या होता है MCLR?
गौरतलब है कि एमसीएलआर भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा विकसित की गई एक पद्धति है जिसके आधार पर बैंक लोन के लिए ब्याज दर निर्धारित करते हैं. उससे पहले सभी बैंक बेस रेट के आधार पर ही ग्राहकों के लिए ब्याज दर तय करते थे.