Bhadrapada Month Festival Lists 2021: भाद्रपद के महीने में पीले रंग के भगवान गणेश (Lord Ganesha) की स्थापना की जा सकती है. इस महीने गणपति बप्पा को मोदक का भोग लगाएं. साथ ही पूरे महीने सात्विक भाव लेकर रहें.
Bhadrapada Month Festival Lists 2021: भाद्रपद महीना शुरू हो चुका है. इस महीने में कई पर्व आते हैं. मान्यता है कि इस महीने को कार्य के परिणाम देने वाला महीना कहते हैं. इसलिए इस महीने में लोगों को साफ मन तन के साथ भगवान की पूजा करनी चाहिए. भाद्रपद के महीने में ही गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturti) का पर्व मनाया जाता है. इसी महीने में भगवान कृष्ण का जन्मदिन (Shri Krishna Janmashtami) भी आता है. मान्यता है कि अगर पूरे महीने श्रीकृष्ण को पंचामृत से स्नान कराया जाए तो हर तरह की मनोकामनाएं पूरी होती हैं. कहते हैं कि भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करने से संतान की प्राप्ति होती है. विद्या, बुद्धि ज्ञान के लिए इस महीने श्री गणेश की उपासना भी की जाती है. भाद्रपद के महीने में पीले रंग के भगवान गणेश की स्थापना की जा सकती है. इस महीने गणपति बप्पा को मोदक का भोग लगाएं. साथ ही पूरे महीने सात्विक भाव लेकर रहें. आइए जानते हैं भाद्रपद के महीने में कौन-कौन से त्योहार आते हैं.
भाद्रपद में क्या करें क्या नहीं
इस महीने में कच्ची चीजें खाने से मना किया जाता है. इस महीने दही का सेवन भी नहीं करना चाहिए. आपको बता दें कि भाद्रपद भगवान श्रीकृष्ण का महीना होता है. इसलिए इस महिला में नियमित रूप से भगवान श्रीकृष्ण और विष्णु जी का पूजन करना चाहिए. उन्हें तुलसी अर्पित करना चाहिए. इस महीने में तुलसी की चाय पीना भी अच्छा होता है.
इस महीने हैं कौन-कौन से त्योहार
भाद्रपद में गणेश चतुर्थी मनाई जाती है. इसे गणेश महोत्सव भी कहा जाता है. इसी महीने में कृष्ण जन्माष्टमी भी मनाई जाती है. इसके अलावा अनंत चतुर्दशी भी इसी महीने में मनाया जाती है. महिलाओं का पर्व कजरी तीज भी इसी महीने में होता है. विश्वकर्मा पूजा भी इसी महीने में लोग मनाते हैं.
कजरी तीज- 25 अगस्त (बुधवार)
कजरी तीज का पर्व हर साल भाद्रमास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है. इस दिन सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना करती हैं.
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी- 30 अगस्त (सोमवार)
भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि को मनाया जाता है. इस साल श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व 30 अगस्त (सोमवार) को मनाया जाएगा.
अजा एकादशी- 3 सितंबर (शुक्रवार)
हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत अधिक महत्व होता है. भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को अजा एकादशी के नाम से जाना जाता है. अजा एकादशी 3 सितंबर (शुक्रवार) को मनाई जाएगी.
प्रदोष व्रत- 4 सितंबर (शनिवार)
भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष में प्रदोष व्रत 4 सितंबर को है. शनिवार को पड़ने वाले प्रदोष व्रत को शनि प्रदोष व्रत कहा जाता है. त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत रखा जाता है.
भाद्रपद अमावस्या
भाद्रपद अमावस्या 7 सितंबर (मंगलवार) को है. हिंदू धर्म में अमावस्या का बहुत अधिक महत्व होता है. इस दिन पितृ संबंधित कार्य किए जाते हैं.
हरतालिका तीज
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को हरतालिका तीज का पर्व मनाया जाता है. इस दिन मां गौरी की पूजा-अर्चना की जाती है. इस साल 9 सितंबर (गुरुवार) को हरतालिका तीज मनाई जाएगी.
गणेश चतुर्थी- 10 सितंबर (शुक्रवार)
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी मनाई जाती है. इस साल 10 सितंबर को गणेश चतुर्थी मनाई जाएगी. इस पर्व को बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है.
ऋषि पंचमी- 11 सितंबर (शनिवार)
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को ऋषि पंचमी मनाई जाएगी. इस दिन सप्त ऋषियों की पूजा की जाती है. इस साल ऋषि पंचमी का 11 सितंबर (शनिवार) को रखा जाएगा.
पद्मा एकादशी- 17 सितंबर (शुक्रवार)
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को पद्मा एकादशी के नाम से जाना जाता है. पद्मा एकादशी 17 सितंबर (शुक्रवार) को है.
प्रदोष व्रत- 18 सितंबर (शनिवार)
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष में प्रदोष व्रत 18 सितंबर को पडे़गा. शनिवार को पड़ने वाले प्रदोष व्रत को शनि प्रदोष व्रत कहा जाता है. त्रयोदशी तिथि पर प्रदोष व्रत रखा जाता है.
अनंत चतुर्दशी- 19 सितंबर (रविवार)
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को अनंत चतुर्दशी पड़ती है. इस पावन दिन भगवान विष्णु और भगवान गणेश की पूजा का विधान है. अनंत चतुर्दशी का पावन पर्व 19 सितंबर (रविवार) को मनाया जाता है.
भाद्रपद पूर्णिमा- 20 सितंबर (सोमवार)
भाद्रपद मास की पूर्णिमा 20 सितंबर (सोमवार) को है. यह भाद्रपद मास का अंतिम दिन है. इस पावन दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है..