अगर आप खुद का कारोबार शुरू करना चाहते हैं तो मुद्रा योजना आपके लिए काफी अच्छी स्कीम साबित हो सकती है. इस स्कीम के तहत नॉन-कॉरपोरेट और गैर-कृषि कार्यों के लिए लोन दिया जाता है.
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ऐसे तमाम लोग हैं जो दूसरों की नौकरी करते-करते थक चुके हैं और खुद का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं. लेकिन पैसे न होने की वजह से वे इस सपने को पूरा नहीं कर पाते. अगर आपको लगता है कि आप बिजनेस के लिए बने हैं, लेकिन पैसा आपको आगे बढ़ने से रोक रहा है तो अब फिक्र छोड़ दीजिए. ऐसे लोगों की मदद के लिए सरकार पीएम मुद्रा योजना चलाती है.
इस स्कीम के तहत नॉन-कॉरपोरेट और गैर-कृषि कार्यों के लिए लोन दिया जाता है. आप इस स्कीम के जरिए ₹50,000 से लेकर ₹2,00,000 तक का लोन ले सकते हैं. खास बात ये है कि इस लोन के लिए आपको कोई प्रॉपर्टी वगैरह को गिरवी रखने की जरूरत नहीं है. ये लोन कोलैटरल फ्री है. आइए बताते हैं इस लोन से जुड़ी खास बातें.
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4 कैटेगरी में मिलता है लोन
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) के तहत पहले 10 लाख रुपए का लोन दिया जाता था, लेकिन पिछले आम बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस लिमिट को बढ़ाकर 20 लाख कर दिया है. इसके लिए स्कीम में तरुण प्लस की नई कैटेगरी को जोड़ा गया है. अगर आप प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के जरिए लोन लेना चाहते हैं तो किसी भी सरकारी-प्राइवेट बैंकों के साथ क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक, स्मॉल फाइनेंस बैंक, नॉन फाइनेंशियल कंपनी में लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं. कैटेगरी के हिसाब से लोन की राशि की लिमिट बनाई गई हैं-
- शिशु लोन- इसमें 50 हजार रुपए तक की आर्थिक सहायता दी जाती है.
- किशोर लोन- इसमें 5 लाख तक का लोन दिया जाता है.
- तरुण लोन- इसमें 10 लाख रुपए तक की राशि लोन के तौर पर दी जाती है.
- तरुण प्लस- इस नई कैटेगरी में उन लोगों को 20 लाख तक का लोन दिया जाता है, जिन्होंने तरुण कैटेगरी के तहत लोन लिया हो और उसे पूरा चुका भी दिया हो.
₹50,000 तक के कर्ज पर प्रोसेसिंग फीस नहीं
SBI की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक पीएम मुद्रा योजना के तहत अगर आप ₹50,000 तक का लोन लेते हैं तो आपसे इसकी प्रोसेसिंग फीस नहीं ली जाती. इससे ज्यादा लोन होने पर कर्ज की राशि का 0.35% + जीएसटी लिया जाता है.
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कितना लिया जाता है ब्याज
SBI के मुताबिक पीएम मुद्रा योजना के तहत लिए गए लोन पर एक वर्षीय एमसीएलआर+2.75% के हिसाब से ब्याज लिया जाता है. हालांकि, अलग-अलग बैंकों में ब्याज़ दरें अलग हो सकती हैं. इस लोन की अच्छी बात ये भी है कि आपको मंजूर हुई Loan की पूरी रकम पर ब्याज नहीं लगता. सिर्फ उस Amount पर ब्याज लगता है, जो आपने मुद्रा कार्ड के जरिए निकालकर खर्च कर दी है. इस स्कीम के तहत मिलने वाले लोन के भुगतान की कुल अवधि 12 महीने से लेकर 5 साल तक की होती है. लेकिन अगर आप इसे 5 सालों में नहीं चुका पाते हैं, तो इसकी अवधि को 5 साल आगे तक बढ़वा सकते हैं.
क्या है पात्रता
कोई भी व्यक्ति जो अपना व्यवसाय शुरू करना चाहता है, वो इस योजना के तहत लोन के लिए अप्लाई कर सकता है. वहीं अगर आप मौजूदा कारोबार को आगे बढ़ाना चाहते हैं, तो भी इसके लिए आवेदन कर सकते हैं. लेकिन इसके लिए कुछ जरूरी शर्तें हैं, जिन्हें पूरा करना जरूरी है-
- लोन के लिए अप्लाई करने वाला व्यक्ति भारत का नागरिक होना चाहिए.
- अप्लाई करने वाले व्यक्ति की बैंक डिफॉल्ट हिस्ट्री नहीं होनी चाहिए.
- जिस भी कारोबार के लिए मुद्रा लोन लेना हो, वह कॉरपोरेट संस्था नहीं होनी चाहिए.
- लोन के लिए अप्लाई करने वाले का बैंक में अकाउंट जरूर होना चाहिए.
- लोन के लिए अप्लाई करने वाले की उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए.
कैसे करें लोन के लिए अप्लाई
पीएम मुद्रा लोन के लिए आप बैंक, एनबीएफसी, एमएफआई आदि के नजदीकी शाखा में जाकर लोन के लिए अप्लाई कर सकते हैं. इसके अलावा आप मुद्रा योजना की आधिकारिक वेबसाइट mudra.org.in पर जाकर ऑनलाइन भी अप्लाई कर सकते हैं.
