सुधीर तंवर, चंडीगढ़। Covid Vaccination In Haryana: हरियाणा कोरोना की तीसरी लहर से निपटने को तैयार है। प्रदेश में 18 वर्ष से अधिक आयु के करीब एक करोड़ 91 लाख लोगों ने दो करोड़ एक लाख से अधिक टीके लगवा लिए हैं। अंबाला और पंचकूला में जहां 100 फीसद पात्र लोगों का टीकाकरण हो चुका है, वहीं गुरुग्राम और फरीदाबाद भी लक्ष्य प्राप्ति के कगार पर हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण के मामले में चरखी दादरी सबसे आगे है, जहां कई गांवों में 100 फीसद टीकाकरण हो चुका है।
हरियाणा मेें 16 जनवरी को टीकाकरण शुरू हुआ था। पहले दिन 6093 लोगों ने टीकाकरण कराया। शुरुआती दौर में टीकाकरण के प्रति संशय के चलते जहां 25 लाख लोगों को टीके लगाने में 87 दिन लग गए, वहीं शंकाएं खत्म होने के बाद अगले 25 लाख टीकों के लिए 36 दिन लगे। अगले 25 लाख टीके 34 दिन तो उससे अगले 25 लाख टीके 22 दिन में लगा दिए गए। 13 जुलाई तक एक करोड़ टीके लगाए जा चुके थे। इसके बाद 65 दिन में एक करोड़ से अधिक टीके लगा दिए गए। पिछले चार दिन में ही 17 लाख 57 हजार लोगों ने टीकाकरण कराया है।
आयु वर्ग के अनुसार टीकाकरण
आयु कुल टीकाकरण पहली डोज दूसरी डोज
18 से 44 साल 1,05,67,138 87,20,304 (77 फीसद) 18,46,834 (16 फीसद)
45 से 60 साल 47,61,715 32,06,714 (70 फीसद) 47,61,715 (34 फीसद)
60 साल से अधिक 37,54,943 23,62,091 (77 फीसद) 13,92,852 (45 फीसद)
फ्रंटलाइन वर्कस 4,88,150 2,51,519 (103 फीसद) 2,36,631 (97 फीसद)
हेल्थकेयर वर्कर 4,88,261 2,52,359 (99 फीसद) 2,35,902 (92 फीसद)
टीकाकरण में पुरुष आगे
- पुरुषों ने ली 1,10,35,125 डोज
- महिलाओं ने ली 90,66,646 डोज
अब दूसरी डोज पर फोकस : विज
हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का कहना है कि राज्य में कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं के चलते हमने पूरी तैयारी कर रखी है। महामारी से निपटने के लिए हमने 82 हजार डाक्टरों-पैरामेडिकल स्टाफ व अन्य कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया है। केरल और महाराष्ट्र के अनुभवों को देखते हुए आशंका है कि अक्टूबर-नवंबर में त्योहारी सीजन के चलते बच्चों में संक्रमण ज्यादा होगा। इसके लिए अलग से बेड, वेंटिलेटर व अन्य उपकरणों के इंतजाम किए गए हैं। प्रदेश में दो करोड़ से अधिक वैक्सीन लगाई जा चुकी हैं, जिसके लिए टीकाकरण में जुटे लोगों के साथ ही आमजन का भी अहम योगदान है जिसने तमाम अफवाहों को दरकिनार कर टीके लगवाए हैं। अब हमारा फोकस दूसरी डोज देने पर है ताकि उन्हें पूरी तरह कोरोना से सुरक्षित किया जा सके।