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डायबिटीज में क्यों बढ़ जाती है कंधे में दर्द की समस्या? न्यूरोलॉजिस्ट ने बताया Diabetes और शोल्डर का कनेक्शन

Diabetes And Shoulder Pain: डायबिटीज सिर्फ ब्लड शुगर से संबंधित एक समस्या नहीं है, बल्कि यह शरीर के कई अंगों को भी प्रभावित कर सकता है, जिनमें कंधे का दर्द भी शामिल है. यहां आप हाई शुगर और शोल्डर पेन के बीच के संबंध को समझ सकते हैं.  

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डायबिटीज एक साइलेंट किलर की तरह होता है, जो इंसान के शरीर को धीरे-धीरे खोखला करता है. हालांकि ज्यादातर लोग डायबिटीज को सिर्फ मीठे से परहेज तक ही सीमित मानते हैं लेकिन यह न केवल जीवन से मिठास छीनता है, बल्कि इसके साथ कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी जुड़ी होती हैं, जो जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करती हैं.

कंधे का दर्द डायबिटीज से जुड़ी एक ऐसी समस्या है, जिसे अक्सर नजरअंदाज किया जाता है, लेकिन यह बहुत आम है. हैदराबाद के अपोलो अस्पताल में कंसल्टेंट न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. सुधीर कुमार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इसके बारे में जानकारी साझा की है, जो आपके लिए बहुत मददगार साबित हो सकती है. 

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क्यों होता है कंधे में दर्द

एक्सपर्ट ने बताया कि डायबिटीज के रोगियों में कंधे का दर्द आमतौर पर एडेसिव कैप्सूलाइटिस (फ्रोजन शोल्डर) के कारण होता है, जो कि एक सामान्य स्थिति है. इसके अलावा, जो लोग स्ट्रोक के बाद लकवे से पीड़ित हैं, उन्हें भी कंधे का दर्द हो सकता है. डॉ. कुमार ने बताया कि फिजियोथेरेपी और ओटीसी एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं इस समस्या में मदद कर सकती हैं. हालांकि, अगर दर्द बना रहे, तो डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.

डायबिटीज और कंधे के दर्द का कनेक्शन

फोर्टिस अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. शुभम वत्स्य ने एक मीडिया संस्था से बात करते हुए कहा कि डायबिटीज के रोगियों में एक सामान्य, लेकिन कम पहचाना गया, समस्या मस्कुलोस्केलेटल (मांसपेशियों और हड्डियों से जुड़ी) समस्याएं होती हैं, जिनमें कंधे का दर्द भी शामिल है.

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हाई ब्लड शुगर का असर मांसपेशियों पर

डॉ. वत्स्य के अनुसार, हाई शुगर के कारण कनेक्टिव टिश्यू में मौजूद कोलेजन या अन्य संरचनात्मक प्रोटीन का ग्लाइकेशन (एक रासायनिक प्रक्रिया) होता है, जिससे टिश्यू की लचीलेपन में कमी आती है और कंधे में कठोरता पैदा होती है. इससे दर्द का सामना करना पड़ता है. इसके अलावा डायबिटीज के कारण मांसपेशियों का नुकसान, जिसे डायबिटीज मायोपैथी कहा जाता है, और अधिक दबाव डालता है, जिससे कंधे की ताकत और गतिशीलता पर प्रभाव पड़ता है. 

कंधे के दर्द का उपचार और बचाव

डॉ. वत्स्य ने कंधे के दर्द के उपचार के लिए कुछ सुझाव दिए हैं. वे कहते हैं कि दर्द को मैनेज करने के लिए नॉन-स्टेरॉयडल एंटी-इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAIDs) का सेवन किया जा सकता है. अगर दर्द गंभीर हो, तो कोर्टिकोस्टेरॉयड के इंजेक्शन दिए जा सकते हैं. 

इन बातों का ध्यान रखना भी जरूरी
 

डायबिटीज में अगर लगातार ब्लड शुगर का लेवल बिगड़ा हुआ है तो इससे कंधे के दर्द में वृद्धि हो सकती है. इसलिए, शुगर को कंट्रोल करना, उचित हाइपोग्लाइसेमिक दवाओं का सेवन, शारीरिक गतिविधि और संतुलित आहार बेहद जरूरी है. 

Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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