भारत ने यूएनएससी (UNSC) में इजराइल-फिलिस्तीन मुद्दे के दो-राज्य समाधान का भी आह्वान किया. साथ ही ये भी कहा कि वह ऐसे ही मदद का हाथ बढ़ाता रहेगा.
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India Aid to Palestine: संयुक्त राष्ट्र (UN) में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि (DPR) राजदूत आर रवींद्र ने बुधवार (25 अक्टूबर) को इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध के बीच गाजा पट्टी में नागरिकों को मानवीय सहायता भेजने के नई दिल्ली के प्रयासों को दोहराया. भारत ने यूएन में दो टूक कहा कि उन्होंने फिलिस्तीनियों के लिए 38 टन भोजन और भेजा है और वह उनकी मदद करना जारी रखेगा.
इज़राइल-हमास संघर्ष पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में बोलते हुए, राजदूत ने कहा, ‘हम अपनी द्विपक्षीय विकास साझेदारी के माध्यम से फिलिस्तीनी लोगों का समर्थन करना जारी रखते हैं. इसमें स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला सशक्तिकरण सहित कई क्षेत्रों को शामिल किया गया है. इस चुनौतीपूर्ण समय में भारत फिलिस्तीन के लोगों को मानवीय सहायता भेजना जारी रखेगा.’
‘पीएम मोदी ने सबसे पहले जताई थी चिंता’
बता दें कि, भारत ने रविवार (22 अक्टूबर) को फिलिस्तीनियों के लिए लगभग 6.5 टन चिकित्सा सहायता और 32 टन आपदा राहत सामग्री के साथ एक हेवी लिफ्ट एयरक्राफ्ट भेजा था. युद्ध में बिगड़ती स्थिति और लोगों की मौत पर चिंता व्यक्त करते हुए, रवींद्र ने कहा, ‘इज़राइल में 7 अक्टूबर के आतंकवादी हमले चौंकाने वाले थे और हम उनकी स्पष्ट रूप से निंदा करते हैं. हमारे पीएम पहले वैश्विक नेताओं में से एक थे जिन्होंने अपनी संवेदना व्यक्त की थी.’
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भारत ने कहा, ‘संकट की इस घड़ी में हम इजराइल के साथ भी एकजुटता से खड़े थे, जब वे इन आतंकी हमलों का सामना कर रहे थे. पीड़ितों के परिवारों के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना रही. भारत ने इज़राइल-फिलिस्तीन मुद्दे के लिए दो-राज्य समाधान (Two-State Solution) का भी आह्वान किया.
