Income Tax Bill: बजट के बाद जिस इनकम टैक्स बिल (Income Tax Bill) का इंतजार किया जा रहा है, उसे आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा में पेश करने वाली हैं. नए इनकम टैक्स बिल के प्रभाव में आने के साथ ही छह दशक पुराना आयकर कानून बदल जाएगा.
Income Tax Bill 2025: बजट के बाद जिस इनकम टैक्स बिल (Income Tax Bill) का इंतजार किया जा रहा है, उसे सरकार की तरफ से गुरुवार को लोकसभा में पेश किया जाएगा. आयकर कानून में बदलाव के लिए विधेयक को लोकसभा में पेश करने के लिए लिस्टेड किया गया है. एक दिन पहले बुधवार को लोकसभा सचिवालय की तरफ से प्रसारित एजेंडा के अनुसार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आयकर विधेयक, 2025 (Income Tax Bill 2025) पेश करेंगी. बिल को लेकर लंबे समय से इंतजार किया जा रहा है. इस विधेयक में ‘कर निर्धारण’ और ‘पिछले वर्ष’ जैसी शब्दावली की जगह ‘टैक्स ईयर’ शब्द का प्रयोग किया जाएगा.
ये भी पढ़ें:- MahaKumbh: माघी पूर्णिमा पर आस्था के महाकुंभ में श्रद्धालुओं का रेला… तस्वीरों में देखें महास्नान का नजारा
नया बिल इनकम टैक्स एक्ट, 1961 की जगह लेगा
इस तरह के बाद भाषा को आसान बनाने के लिये किये जा रहे हैं. इसके अलावा इसमें प्रावधान और स्पष्टीकरण भी हटा दिए जाएंगे. नए विधेयक में 536 धाराएं, 23 अध्याय और 16 अनुसूचियां हैं. 622 पेज वाले नए आयकर कानून में कोई नया टैक्स लगाने की बात नहीं की गई है. यह विधेयक मौजूदा आयकर अधिनियम, 1961 की भाषा को आसान बनाने के लिये है. छह दशक पुराने मौजूदा आयकर कानून के तहत 298 धाराएं और 14 अनुसूचियां हैं. जब यह अधिनियम पेश किया गया था, उस समय इसमें 880 पेज थे. नया विधेयक आयकर अधिनियम, 1961 की जगह लेगा.
ये भी पढ़ें:- निकाल लें गर्मियों के कपड़े! पैक कर लीजिए रजाई -बिस्तर, पंजाब-UP सहित 5 राज्यों से सर्दी होगी उड़न छू, IMD का अपडेट
मौजूदा इनकम टैक्स एक्ट काफी बड़ा हो गया
पिछले 60 साल में किये गए बदलाव के कारण मौजूदा आयकर अधिनियम काफी बड़ा हो गया है. नए आयकर कानून के 1 अप्रैल, 2026 से लागू होने की उम्मीद है. नए विधेयक में फ्रिंज बेनेफिट टैक्स से संबंधित जरूरी धाराओं को हटा दिया गया है. विधेयक के ‘स्पष्टीकरण या प्रावधानों’ से मुक्त होने के कारण इसे पढ़ना और समझना आसान हो जाता है. इसके साथ ही आयकर अधिनियम, 1961 में कई बार यूज किए जाने वाले शब्द ‘बावजूद’ को नए विधेयक में हटा दिया गया है और उसकी जगह पर लगभग हर जगह ‘अपरिहार्य’ शब्द का इस्तेमाल किया गया है.
ये भी पढ़ें:- दिल्ली एयरपोर्ट से महंगा होगा सफर, कब लेनी है फ्लाइट? टाइमिंग के हिसाब से चुकानी होगी फीस!
‘पिछले वर्ष’ की जगह यूज किया जाएगा ‘टैक्स ईयर’
विधेयक में छोटे वाक्यों का इस्तेमाल हुआ है. तालिकाओं एवं सूत्रों के जरिये इसे पढ़ने के अनुकूल बनाया गया है. टीडीएस, अनुमानित टैक्सेशन, वेतन और फंसे कर्ज के लिए कटौती से संबंधित प्रावधानों के लिए तालिकाएं दी गई हैं. नए विधेयक में ‘टैक्सपेयर चार्टर’ भी दिया गया है जो टैक्सपेयर्स के अधिकारों एवं दायित्वों को रेखांकित करता है. विधेयक आयकर अधिनियम, 1961 में दिये गए ‘पिछले वर्ष’ शब्द की जगह ‘टैक्स ईयर’ को रखा गया है. साथ ही, असेसमेंट ईयर की अवधारणा को भी खत्म कर दिया गया है. आज लोकसभा में पेश किये जाने के बाद इसे आगे के विचार-विमर्श के लिए वित्त पर संसदीय स्थायी समिति के पास भेजा जाएगा.
नए इनकम टैक्स बिल 2025 में महज टैक्स छूट के प्रावधान ही नहीं, बल्कि पूरे टैक्स सिस्टम को आसान बनाने के लिए भी कई अहम बदलाव किए जा रहे हैं. इसमें ‘असेसमेंट ईयर’ (Assessment Year) को बदलकर ‘टैक्स ईयर’ (Tax Year) कहा जाएगा. ब्रिटिश काल के कठिन शब्द जैसे ‘नॉटविथस्टैंडिंग’ (Notwithstanding) को हटाया जाएगा. कानून की भाषा को आसान बनाया जाएगा, ताकि टैक्सपेयर्स को इसे समझने में आसानी होगी.
