Micro Loan: माइक्रो लोन छोटी राशियों वाले शॉर्ट टर्म लोन होते हैं इनका फायदा स्वरोजगार, स्टार्टअप, माइक्रो इंटरप्राइजेज, छोटे व्यवसाय और कम कैपिटल वाले लोग उठा सकते हैं.
Micro Loan:माइक्रो लोन एक तरह का स्मॉल फाइनेंस होता है. ये उन लोगों के लिए बेहद उपयोगी होता है जो कि छोटे व्यवसाय या कम आय वर्ग में आते हैं. साथ ही जिनकी पहुंच फाइनेंस या लोन संस्थाओं तक नहीं होती है. भारत सरकार की मदद से, RBI ने प्राइवेट लिमिटेड कंपनी और माइक्रो फाइनेंस कंपनी के साथ साझेदारी कर ऐसे लोगों तक पहुंचने की पहल की है जो कि अनबैंक्ड और अंडर बैंक हैं. NGO को MFI और प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के बाद सबसे आम माइक्रो लोन संस्थान माना जाता है.
माइक्रोलोन के उद्देश्य
माइक्रोलोन का उपयोग कई बिजनेस संबंधी गतिविधयों के लिए किया जा सकता है.
1. वर्किंग कैपिटल की आवश्यकता को पूरा करना
2. कैश फ्लो बनाए रखना
3. दिन-प्रतिदिन के खर्चे मैनेज करना
4. कम मजदूरी वाले श्रमिक और अल्पसंख्यकों आदि द्वारा लिया जा सकता है.
माइक्रोफाइनेंस के उद्देश्य
1. जिन परिवारों की बैंक तक पहुंच बहुत कम या बिलकुल नहीं है, उनकी सहायता करना.
2. सेल्फ हेल्प को मजबूत करना और देश के आर्थिक विकास के लिए इनका उपयोग करना.
3. देश में स्टार्टअप और महिला उद्यमिता को बढ़ावा देना.
भारत में लोकप्रिय माइक्रोलोन संस्थान
बंधन बैंक, BSS माइक्रोफाइनेंस, अन्नपूर्णा माइक्रोफाइनेंस, SKS माइक्रोफाइनेंस, इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक, उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक
ऐसे करें आवेदन
इसके लिए आवेदकों के सिर्फ MFI की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है आवेदन फॉर्म भरना है. सभी जरूरी दस्तावेज भरना होंगे. फॉर्म जमा करने के बाद एमएफआई का एजेंट आवेदक से संपर्क करते हैं. इसके बाद सभी दस्तावेजों को वैरिफाई किया जाता है, दस्तावेजों से आश्वस्त होने के बाद आवेदक के बैंक खाते में राशि भेज दी जाती है. आमतौर पर ऐसे आवेदक जिनका क्रेडिट स्कोर काफी कम है या फिर है ही नहीं वही लोग माइक्रोलोन के लिए आवेदन करते हैं.