Mihir Bhoj Statue: दादरी के मिहिर भोज कॉलेज में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्राट मिहिर भोज की मूर्ति का अनावरण किया. मिहिर भोज की ये मूर्ति करीब दो साल से बनकर तैयार थी लेकिन कोरोना के चलते इसका अनावरण टल गया. वहीं इसको अगले साल होने वाले चुनाव से भी जोड़कर देखा जा रहा है क्योंकि ये गुर्जर बहुल क्षेत्र है और उनको साधने की कोशिश है. इसके साथ ही सीएम योगी ने सरकार के कामकाज भी गिनाए.
सम्राट मिहिर भोज के मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आ रहे थे, इसलिए सुरक्षा के काफी कड़े इंतजाम थे. वहीं मूर्ति अनावरण कार्यक्रम से पहले ही राजा मिहिर भोज की जाति को लेकर गुर्जर और राजपूत समाज आमने-सामने आ गए थे. दोनों सम्राट मिहिर भोज को अपना-अपना पूर्वज बता रहे थे लेकिन आवरण से पहले मामले को सुलझा लिया गया. हालांकि कार्यक्रम खत्म होने के बाद भी मूर्ति के पास पुलिस की कड़ी सुरक्षा व्यवस्था थी.
जाट और गुर्जर समुदाय को साथ लाने की कोशिश
पहले जाट राजा महेंद्र प्रताप सिंह और अब सम्राट मिहिर भोज के जरिए बीजेपी जाट और गुर्जर समुदाय को अपने साथ लाने की कोशिश कर रही है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के नोएडा, ग्रेटर नोएडा, दादरी, जेवर, बागपत जैसे क्षेत्रों में गुर्जर बड़ी संख्या में है और राजनीतिक और सामाजिक रूप से काफी प्रभावशाली है. ऐसे में इस मूर्ति का अनावरण कर गूर्जरों में बीजेपी अपनी पैठ बनाने की कोशिश कर रही है. यही वजह है की मूर्ति का अनावरण करने पहुंचे सीएम योगी आदित्यनाथ ने सम्राट मिहिर भोज से लेकर स्वतंत्रता संग्राम में हिस्सा लेने वाले जिक्र भी किया.
वहीं मूर्ति के अनवारण के कार्यक्रम के बाद जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम योगी ये बताया कि उनकी सरकार ने आने के बाद क्या-क्या किया. फिर चाहे वो अवैद्य बूचड़खाना बंद करना हो या महिला सुरक्षा या फिर राम मंदिर हो. योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जब से उनकी सरकार आई है, राज्य में कहीं दंगे नहीं हुए हैं वरना पहले हर कुछ दिन में दंगे होते थे. वहीं अगले साल होने वाले विधानसभा की तैयारियां तेज हो गई. आने वाले दिनों में राजनीतिक पार्टियों के जरिए ऐसे और कार्यक्रम होने की उम्मीद है.