Imran Khan News: इमरान खान के राजनीतिक करियर पर तोशखाना विवाद का सबसे बड़ा प्रभाव पड़ा. सरकार का मानना है कि तोशखाना से जुड़े विवादों को खत्म करने का यही एकमात्र तरीका है कि इस पर पूरी तरह से रोक लगा दी जाए.
Pakistan Toshakhana: पाकिस्तान की राजनीति पर नजर रखने वाले एक्सपर्ट्स का कई बार मानना है कि इमरान खान के गिरते कद की बड़ी वजह तोशखाना घोटाला रहा. यहीं से उनके करियर की ढलान शुरू हुई. इसी में उन्हें भ्रष्टाचार का दोषी ठहराकर जेल भेज दिया गया. इसी विवाद ने ना सिर्फ इमरान की सियासी जमीन हिला दी बल्कि पाकिस्तान की राजनीति में बड़े बदलाव की राह भी खोल दी. अब सरकार ने इस विवाद को हमेशा के लिए खत्म करने का फैसला कर लिया है. केंद्र सरकार ने उच्च पदस्थ अधिकारियों के विदेशी तोहफे लेने पर रोक लगाने का निर्णय लिया है ताकि भविष्य में इस तरह के विवाद दोबारा न खड़े हों.
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कीमती उपहार पूरी तरह से बंद..
असल में समा टीवी की एक ऑनलाइन रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ की अध्यक्षता में बनी समिति ने तोशखाना के नियमों में बदलाव की सिफारिश की है. इसके तहत पाकिस्तान अब अपने मित्र देशों से औपचारिक अनुरोध करेगा कि वे सरकारी स्तर पर किसी भी अधिकारी को महंगे तोहफे न दें. ख्वाजा आसिफ ने बताया कि प्रधानमंत्री की मंजूरी मिलते ही इस फैसले को आधिकारिक रूप से लागू कर दिया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर कोई किताब या अन्य छोटी चीज मिलती है तो अलग बात है. लेकिन कीमती उपहार पूरी तरह से बंद किए जाएंगे.
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घोटाले के चलते सत्ता से बेदखल..
तोशखाना विवाद पाकिस्तान की राजनीति का एक चर्चित मुद्दा रहा है. जिसमें कई बड़े नेताओं पर सरकारी उपहारों का दुरुपयोग करने के आरोप लगे. इसमें नवाज शरीफ, यूसुफ रजा गिलानी, आसिफ अली जरदारी और इमरान खान जैसे बड़े नाम शामिल रहे. इमरान खान पर आरोप था कि उन्होंने तोशखाना से महंगे तोहफे लिए और उन्हें ऊंचे दामों पर बेच दिया, जिससे उन्हें करोड़ों की कमाई हुई. इसी घोटाले के चलते उन्हें सत्ता से बेदखल कर दिया गया और बाद में जेल भी भेजा गया.
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खत्म करने का यही एकमात्र तरीका
सरकार का मानना है कि तोशखाना से जुड़े विवादों को खत्म करने का यही एकमात्र तरीका है कि इस पर पूरी तरह से रोक लगा दी जाए. ख्वाजा आसिफ ने कहा कि अब ना तो उपहार आएंगे और ना ही कोई विवाद खड़ा होगा. इस फैसले से पाकिस्तान में राजनीति और प्रशासन की पारदर्शिता को बढ़ावा देने की उम्मीद की जा रही है.
तोशखाना विवाद ने पाकिस्तान की राजनीति में बड़ा असर डाला है. इमरान खान के राजनीतिक करियर पर इसका सबसे बड़ा प्रभाव पड़ा. वे आज जेल में हैं. सरकार का यह फैसला इमरान के दौर के भ्रष्टाचार पर पर्दा डालने की कोशिश भी माना जा रहा है. हालांकि विपक्षी दल इसे सरकार की एक चाल बता रहे हैं लेकिन अब यह साफ हो गया है कि भविष्य में पाकिस्तान में तोशखाना जैसे विवाद दोबारा नहीं उठेंगे.
