Noida Film City- 27 जून 2024 को उत्तर प्रदेश सरकार ने बोनी कपूर की कंपनी बेव्यू प्रोजेक्ट्स एलएलपी को रियल एस्टेट कंपनी भूटानी इंफ्रा के साथ मिलकर इस परियोजना के पहले चरण का निर्माण करने का ठेका दिया था.
नई दिल्ली. यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (YEIDA) ने गुरुवार को सेक्टर-21 में बनने वाली फिल्म सिटी के पहले चरण के लिए प्रस्तावित नक्शे को मंजूरी दे दी. यह नक्शा फिल्म निर्माता बोनी कपूर के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम द्वारा तैयार किया गया था. स्वीकृत नक्शा अधिकतम पांच वर्षों तक मान्य रहेगा. 230 एकड़ में बनने वाली इस फिल्म सिटी का शिलान्यास फरवरी में होने की संभावना है और इसे आठ साल में पूरा किए जाने का लक्ष्य है. पहले चरण के निमा्रण पर ₹1,510 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है.
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पिछले साल 27 जून को उत्तर प्रदेश सरकार ने बोनी कपूर की कंपनी बेव्यू प्रोजेक्ट्स एलएलपी को रियल एस्टेट कंपनी भूटानी इंफ्रा के साथ मिलकर इस परियोजना के पहले चरण के विकास का अनुबंध दिया था. कंसोर्टियम ने 24 दिसंबर को इस परियोजना का प्रारूप प्रस्तुत किया था, जिसे अथॉरिटी की योजना विभाग और एक विशेष समिति ने मंजूरी दी. गौरतलब है कि इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे क्षेत्र को बॉलीवुड और अंतरराष्ट्रीय फिल्म निर्माण का नया केंद्र बनाने का लक्ष्य रखा गया है.
फिल्म सिटी का मास्टर प्लान
यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (YEIDA) सीईओ अरुण वीर सिंह ने बताया कि मास्टर प्लान के तहत 230 एकड़ भूमि को विभिन्न क्षेत्रों में विभाजित किया गया है. इसमें फिल्म निर्माण सुविधाएं, वाणिज्यिक केंद्र और ग्रीन ज़ोन शामिल हैं. फिल्म निर्माण से जुड़ी मुख्य गतिविधियों के लिए लगभग 155 एकड़ भूमि आरक्षित की गई है, जहां फिल्म स्टूडियो, साउंड स्टेज, पोस्ट-प्रोडक्शन इकाइयां और अन्य आवश्यक सुविधाएं बनाई जाएंगी. इसे चार परिसरों में बांटा गया है.”
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पहले चरण में 75 एकड़ में एक वाणिज्यिक हब भी विकसित किया जाएगा. इसमें खुदरा दुकानें, ऑफिस बिल्डिंग और मनोरंजन केंद्र होंगे. मास्टर प्लान में 23 एकड़ का ग्रीन ज़ोन भी शामिल है जो औद्योगिक और वाणिज्यिक उद्देश्यों के साथ एकीकृत होगा. अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि स्वीकृत नक्शे में किसी भी प्रकार का बदलाव करने से पहले YEIDA की अनुमति लेनी होगी. यदि किसी तीसरे पक्ष के अधिकार या हित प्रभावित होते हैं, तो उसका खर्च कंसोर्टियम को ही उठाना होगा.
पर्यावरण मानकों का पालन करना अनिवार्य
फिल्म सिटी के कंसोर्टियम को पार्किंग, लैंडस्केपिंग, फिल्मिंग सुविधाओं और फिल्म संस्थान के निर्माण के लिए आवश्यक मंजूरी लेनी होगी. साथ ही, सभी इमारतों को GRIHA 4-स्टार और IGBC गोल्ड सर्टिफिकेशन प्राप्त करना होगा, जो पर्यावरणीय मानकों को पूरा करने वाली इमारतों को दिया जाता है.
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परियोजना के तहत बिजली सबस्टेशन, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP), जल टैंक, एनर्जी सेंटर और अन्य आवश्यक सुविधाओं का निर्माण अनिवार्य होगा. इसके अलावा, इमारतों के बीच उचित दूरी बनाए रखने के लिए 12 मीटर का सेटक बैक लाइन निर्धारित की गई है.
फिल्म संस्थान और अत्याधुनिक सुविधाएं
नोएडा फिल्म सिटी के मंजूर नक्शे के अनुसार, प्रस्तावित फिल्म संस्थान में फिल्म निर्माण, अभिनय, संगीत और सिनेमेटोग्राफी की तकनीकी ट्रेनिंग दी जाएगी. इसके अलावा, यह संस्थान फिल्म निर्माताओं को आधुनिक उपकरण और कुशल मानव संसाधन उपलब्ध कराएगा. पिछले साल दिसंबर में YEIDA अधिकारियों से मुलाकात के दौरान बोनी कपूर ने दावा किया था कि नोएडा फिल्म सिटी, फिल्म निर्माण लागत को कम करने में मदद करेगी.
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बोनी कपूर ने बताया था कि कैमरा, ट्रॉली, क्रेन, लाइट्स जैसे उपकरण साइट पर ही उपलब्ध कराए जाएंगे ताकि फिल्म निर्माताओं को इन्हें बाहर से लाने की जरूरत न पड़े. फिल्म सिटी में एयर-कंडीशंड इनडोर शूटिंग स्पेस भी होगा, जिसमें 40,000 से 60,000 वर्ग फुट के बड़े स्टूडियो फ्लोर होंगे, जहां भव्य सेट तैयार किए जा सकेंगे.