पंजाब रोडवेज पनबस व पीआरटीसी कंट्रेक्ट वर्कर यूनियर पंजाब की दूसरे दिन भी अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रही। मंगलवार को जगराओं डिपू के गेट पर धरना देते सूबा प्रधान जलौर सिंह गिल, प्रधान सोहन सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार की ओर से लंबे समय से कच्चे कर्मचारियों की मांगों का हल नही निकाला जा रहा है जिस करके ट्रांस्पोर्ट कर्मचारी हड़ताल पर बैठे है। उन्होंने कहा कि कुंभकर्णी नींद सो रही सरकार को जगाने के लिए कर्मचारियों ने योजना बनाई थी जिसमें मोहाली प्रशासन ने 8 सितंबर को मुख्यमंत्री पंजाब के प्रमुख सचिव पंजाब से मीटिंग तय की है यदि हल न हुआ तो अगले संघर्ष की घोषणा होगी।
डिपाे चेयरमैन जसपाल सिंह, सचिव अवतार सिंह तिहाड़ा ने कहा कि कमाई वाले विभाग ट्रांस्पोर्ट में किसी को पक्का तो क्या करना बल्कि हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों को सरकार नौकरी से निकालने की धमकियां दी जा रही है। ऐसा बरनाला डिपू के जनरल मैनेजर की ओर से किया जा रहा है। समूह सूबा नेता व डिपू कमेटी ने सख्त शब्दों में चेतावनी देते कहा कि यदि सरकार व अधिकारों की ओर से कोई धक्केशाही की गई तो मांगों का हल न हुआ तो सरकार के पुतले फूंकने, नेशनल हाइवे जाम ,मुख्यमंत्री पंजाब को घेरने, पंजाब के शहरों में जाम लगाने जैसे सख्त एक्शन किए जाएगी उसकी जिम्मेवारी संबंधित अधिकारियों व सरकार की होगी।
डिपाे प्रधान जज सिंह, हरप्रीत सिंह, कोषाध्यक्ष मुहमंत रफी, गुरनैब सिंह, दविंदर सिंह भीम, बूटा सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार की ओर से ट्रांस्पोर्ट विभाग की हड़ताल में कर्मचारियों का हल न करने का कारण ट्रांस्पोर्ट माफिया है जिसका असर आज हड़ताल में देखा जा सकता है। फिरोजपुर से फाजिल्का रोडवेज के मिलापली रूट पर प्राइवेट बसों से पैसे इकट्ठे करके स्पेशल भेजी जा रही है।
पनबस व पीआरटीसी के कच्चे कर्मचारियेां ने मांग की कि जल्द उनकी मांगों को पूरा कर जाए। उन्होंने कहा कि प्राइवेट बसों को सरकारी रूटों से बंद न किया तो यूनियन काेई सख्त एक्शन लेगी। इस मौके पर हरबंस लाल, सुखवीर सिंह, उरमनदीप सिंह, अमरजीत सिंह, रछपाल सिंह,प्रदीप सिंह, हरप्रीत सिंह, जगदेव सिंह, गुरजंट सिंह, दविंदर सिंह, सतनाम सिंह, राजखान, मनदीप सिंह व हरपाल सिंह आदि मौजूद थे।