शेयर बाजार

टाटा मोटर्स: गिरते-गिरते पहुंचा 52 सप्ताह के निचले स्तर पर, निवेशक क्या करें? ब्रोकरेज फर्म तक एकमत नहीं

Tata Motors share price : टाटा मोटर्स के शेयरों ने सोमवार को 52-सप्ताह का निचला स्तर छुआ. इसने निवेशकों की चिंता और बढ़ा दी है. विश्लेषकों का मानना है कि सपोर्ट लेवल 660 रुपये पर है और रेजिस्टेंस 690 रुपये पर देखना चाहिए. जेएलआर और इलेक्ट्रिक वाहनों की चुनौतियों के बावजूद कुछ ब्रोकरेज फर्मों ने स्टॉक को अपग्रेड किया है.

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Tata Motors share price : एक समय था जब टाटा मोटर्स के शेयर पंख लगाकर उड़ रहे थे. आज का समय उसके बिलकुल उलट है. मार्केट तो गिरी ही है, लेकिन टाटा मोटर्स के शेयरों ने निवेशकों को ज्यादा परेशान किया है. शेयर ने छह महीने में 38% और एक साल में 28% की गिरावट देखी है. 30 जुलाई 2024 को शेयर ने 1179.05 रुपये का 52-सप्ताह का उच्चतम स्तर छुआ था, लेकिन उसके बाद से यह लगातार नीचे की ओर बढ़ रहा है. सोमवार तो शेयर ने 52 सप्ताह का निचला स्तर छू लिया. टाटा मोटर्स का शेयर सोमवार को 666 रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले बंद भाव 672.90 रुपये से 1 फीसद कम है. यह गिरावट निवेशकों के मन में सवाल खड़े करती है कि क्या अब टाटा मोटर्स में निवेश करना सही होगा या फिर जो निवेश कर चुके हैं, उन्हें निकल जाना चाहिए?

तकनीकी रूप से देखें तो टाटा मोटर्स का शेयर 5 दिन, 10 दिन, 20 दिन, 30 दिन, 50 दिन, 100 दिन, 150 दिन और 200 दिन के मूविंग एवरेज से नीचे चल रहा है. यह संकेत देता है कि शेयर कमजोर है. हालांकि, RSI (रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स) 37.7 पर है, जो न तो ओवरसोल्ड और न ही ओवरबॉट जोन दिखाता है. इसका मतलब है कि शेयर में अभी भी गिरने की गुंजाइश है.

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कहां का टाटा मोटर्स का सपोर्ट और रेजिस्टेंस
आनंद राठी के जिगर एस पटेल का कहना है कि शेयर को 660 रुपये पर सपोर्ट और 690 रुपये पर रेजिस्टेंस मिल सकता है. अगर शेयर 690 रुपये के स्तर को पार करता है, तो यह 720 रुपये तक जा सकता है. उनका मानना है कि अगले कुछ दिनों में शेयर 660 से 720 रुपये के बीच ही रहेगा.

बिजनेसटुडे की रिपोर्ट के अनुसार, इन्क्रेड इक्विटीज ने टाटा मोटर्स के शेयर को Reduce की रेटिंग दी है और इसका लक्ष्य मूल्य 661 रुपये रखा है. रिड्यूस का मतलब, इसके स्टॉक को कम करने से है. कंपनी की तीसरी तिमाही (3QFY25) की रिपोर्ट के मुताबिक, कंसोलिडेटेड EBITDA (कमाई) पिछले साल की तुलना में 14% गिरकर 155 अरब रुपये रह गया. हालांकि, यह पिछली तिमाही की तुलना में 6% अधिक है.

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जगुआर लैंड रोवर के सामने चुनौतियां
इन्क्रेड इक्विटीज का मानना है कि टाटा मोटर्स की विदेशी ब्रांच जगुआर लैंड रोवर (JLR) के सामने कई चुनौतियां हैं. वैश्विक व्यापार में टैरिफ की समस्याएं और मुद्रा की अस्थिरता JLR के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती हैं. इसके अलावा, भारत में इलेक्ट्रिक कार और छोटे ट्रक सेगमेंट में बढ़ती प्रतिस्पर्धा भी चिंता का विषय है.

लेकिन हर तरफ निराशा ही नहीं है. ग्लोबल ब्रोकरेज फर्म CLSA ने टाटा मोटर्स के शेयर को ‘आउटपरफॉर्म’ (Outperform) की रेटिंग दी है और इसका लक्ष्य मूल्य 930 रुपये रखा है. CLSA का मानना है कि निकट भविष्य में नेगेटिव व्यू के कारण शेयर को अनुकूल मूल्य पर खरीदा जा सकता है. इसी तरह, एमके ग्लोबल ने शेयर का लक्ष्य मूल्य 950 रुपये और मोतीलाल ओसवाल ने 755 रुपये रखा है.

मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि JLR में मार्जिन का दबाव बना रह सकता है. इसकी वजह है कमजोर मांग, बढ़ती लागत और इलेक्ट्रिक वाहनों के विस्तार में आने वाली चुनौतियां. भारत में भी कमर्शियल व्हीकल (CV) और पैसेंजर व्हीकल (PV) सेगमेंट में मांग कम हो रही है. इसलिए, उन्होंने टाटा मोटर्स के शेयर को ‘न्यूट्रल’ (Neutral) रेटिंग दी है.

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