जम्मू-कश्मीर के कठुआ के रंजीत सागर डैम में दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर के पायलट और भारतीय सेना के अन्य अधिकारियों की तलाश बुधवार सुबह फिर से शुरू हुई. अब भारतीय नौसेना के गोताखोर भी तलाशी अभियान में शामिल हो गए हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान मंगलवार को हेलिकॉप्टर के मलबे को बरामद किया गया था. एक अधिकारी ने बताया कि रेस्क्यू टीम ने जो सामान बरामद किया उनमें हेलिकॉप्टर स्किड्स, ईंधन टैंक, स्टेबलाइजर, हेलमेट और दो पायलटों में से एक का पहचान पत्र शामिल है. बताया जा रहा है कि इस दुर्घटना में भारतीय सेना के दो पायलट, एक लेफ्टिनेंट कर्नल और दूसरे कप्तान लापता हैं.
गश्त के दौरान हुआ था हादसा
बता दें कि मंगलवार सुबह रणजीत सागर डैम में भारतीय सेना का एक हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया है. फिलहाल सेना के जवानों के साथ पुलिस और NDRF की टीम का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है. डैम की गहराई ज्यादा होने के कारण रेस्क्यू अभियान में मुश्किलें आ रही हैं. यह बांध पंजाब के पठानकोट से 30 किलोमीटर दूर स्थित है.
यह दुर्घटना मंगलवार सुबह लगभग 10.20 मिनट के आसपास हुई. सेना के एविएशन स्क्वाड्रन के ध्रुव हेलिकॉप्टर ने मामून कैंट से उड़ान भरी थी. दुर्घटना के दौरान हेलिकॉप्टर रणजीत सागर डैम के नजदीक गश्त कर रहा था. पहाड़ी से टकराने के कारण यह सीधा डैम में जा गिरा.
हेलीकॉप्टर सेना के पठानकोट स्थित 254 ALH-WSI स्क्वाड्रन का था
हेलीकॉप्टर सेना के पठानकोट स्थित 254 ALH-WSI स्क्वाड्रन का था, जिसने जनवरी 2021 में एक रुद्र हेलिकॉप्टर खो दिया था. चार रुद्र हेलीकॉप्टर इतने सालों में दुर्घटनाओं में शामिल रहे हैं. रुद्र स्वदेश निर्मित उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर ध्रुव का हथियारयुक्त रूप है. सेना छह रुद्र स्क्वाड्रन संचालित करती है, जिसमें प्रत्येक में 10 हेलीकॉप्टर होते हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन टीम में गोताखोर, ध्रुव और चीता हेलीकॉप्टर शामिल थे. शाम को एक भारी-भरकम चिनूक हेलीकॉप्टर भी तलाशी में शामिल हो गया.
ऐसा ही मामला आया था सामने
मई के आखिरी महीने में ऐसा ही एक मामला सामने आया था. जिसमें पंजाब के मोगा के कस्बा बाघापुराना में रात करीब 1-2 बजे के बीच फाइटर जेट मिग 21 क्रैश होने की खबर आई थी. जेट में सवार पायलट अभिनव ने मिग 21 से राजस्थान के सूरतगढ़ से हलवारा के लिए उड़ान भरी थी. बाघापुराना के पास लंगियाना खुर्द गांव में यह विमान क्रैश हो गया.