मध्य प्रदेश के दतिया में आई बाढ़ (MP Flood) के बीच फंसने के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन (Home Minister Rescue Operation) को लेकर टीवी9 पर गृह मंत्री ने कई अहम खुलासे किए हैं. उन्होंने कहा कि एक परिवार 3 दिनों से बाढ़ के बीच फंसा हुआ था. उन तक राहत सामग्री भी नहीं पहुंच पा रही थी. इसी वजह से उन्हें खुद नाव में सवार होकर उनके बीचे जाना पड़ा. उन्होंने बताया कि सभी लोगों को वह वहां से निकालना चाहते थे कि अचानक तेज धार के साथ नाव का बैलेंस बिगड़ने लगा. वह बहुत डरे हुए थे लेकिन तभी हेलिकॉप्टर ने वहां आकर उन्हें एयरलिफ्ट (Air Force Air Left) कर लिया.
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा (Home minister Narottam Mishra) ने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाके का नजारा बहुत ही भयावह था. उन्होंने बताया कि जानवर भी बाढ़ की वजह से बेहाल थे. गांव के सारे कुत्ते छतों पर चढ़कर एक साथ रो रहे थे. इसकी वजह से वह और भी डर गए थे. उन्होंने बताया कि शिवपुरी, दतिया और ग्वालियर के बाढ़ प्रभावित इलाकों (Flood Area) का दौरा करने के बाद उन्हें पता चला कि हर जगह राहत सामग्री पहुंच रही है. लेकिन कई चीजों को लेकर अफवाह फैलाई जा रही है.
बाढ़ पर अफवाह न फैलाए जनता’
गृह मंत्री ने कहा कि पहले दिन हरई बांध टूटने की अफवाह फैलाई गई. दूसरे दिन मोहनी सागर डैम फूटने की अफवाह उड़ाई गई, ये बिल्कुल भी ठीक नहीं है. टीवी9 के माध्यम से उन्होंने जनता से अफवाह नहीं फैलाने की अपील की. टीवी9 के रिपोर्टर ने जब नरोत्तम मिश्र से पुल टूटने को लेकर भ्रष्टाचार पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि उन्होंने अब तक कई बाढ़ें देखी हैं लेकिन पुल कैसे बहा यह जांच का विषय है.
उन्होंने कहा कि टेक्निकली वह नहीं जानते कि पुल कितना वजन सह सकते हैं. लेकिन पानी की स्पीड इतनी तेज थी जो पहले उन्होंने कभी नहीं देखी. गृह मंत्री के बाढ़ में फंसने की घटना को कांग्रस द्वारा स्क्रिप्टेड बताने पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सर्टिफिकेट की उन्हें कोई जरूरत नहीं है. इसके साथ तुलसीदास जी के एक दोहे का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि ‘जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिन तैसी’…आरोप लगाने से बेहतर है कि वह खुद मौके पर जाकर इस बारे में जानकारी जुटाएं
‘गृह मंत्री का रेस्क्यू ऑपरेशन स्क्रिप्टेड’
बता दें कि कांग्रेस के मीडिया कोर्डिनेटर नरेंद्र सलूजा ने नरोत्तम मिश्रा के रेस्क्यू ऑपरेशन पर स्क्रिप्टेड होने का आरोप लगाया था. उन्होंने ये भी कहा कि किसी भी जनप्रतिनिधि को इस तरह से रेस्क्यू ऑपरेशन के बीच में बाधा नहीं डालनी चाहिए. उन्होंने यहां तक कह दिया कि वीडियो देखकर लगता है कि सब कुछ पहले से प्लान है. कांग्रेस ने आरोप लगाते हुए ट्वीट कर कहा कि जब गृहमंत्री को मदद करनी चाहिये थी तब वह युवा दिखने के स्टंट में सेना का समय, जनता का पैसा और बचाव दल की ऊर्जा बर्बाद कर रहे थे. यह सब प्रचार की भूख है.