इस महीने से यूट्यूब कुछ सेलेक्टेड देशों में 100 मिलियन यूटयूब शॉर्ट्स फंड देने जा रहा है. ये उन क्रिएटर्स के बीच बांटा जाएगा जिनका वीडियो सबसे ज्यादा वायरल होगा. हर महीने यूट्यूब हजारों एलिजिबल क्रिएटर्स को चुनेगा और फिर उन्हें फंड्स में से पेमेंट देगा. इसकी मदद से कंपनी अपने शॉर्ट फॉर्म वीडियो यानी की यूट्यूब शॉर्ट्स को जगह जगह पहुंचाना चाहता है. अगर क्रिएटर्स हर क्राइटेरिया को मैच करेंगे तो वो व्यूअर्शिप और एंगेजमेंट की मदद से 100 डॉलर से लेकर 10,000 डॉलर तक की कमाई कर सकते हैं. इस दौरान उनका वीडियो 60 सेकेंड लंबा होना चाहिए.
100 मिलियन यूट्यूब शॉर्ट्स फंड को इस साल और साल 2022 के बीच बांटा जाएगा. YouTube का कहना है कि वह उन क्रिएटर्स को सूचित करेगा जो YouTube ऐप में हर महीने के दूसरे सप्ताह में शॉर्ट्स फंड से बोनस भुगतान के लिए क्वालिफाई करते हैं. इसके बाद वो महीने की 25 तारीख को बोनस क्लेम कर सकते हैं. अगर वो ऐसा करने में असफल रहते हैं तो उनका बोनस एक्सपायर हो जाएगा.
अल्फाबेट / Google के सीईओ सुंदर पिचाई ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि, YouTube शॉर्ट्स को पिछले महीने अमेरिका और अन्य देशों में पहले रोलआउट के बाद ग्लोबल लेवर पर लॉन्च किया गया था, जो बाइटडांस के टिकटॉक ऐप की भारी लोकप्रियता पर आधारित है. Google का कहना है कि YouTube शॉर्ट्स जल्दी से दुनिया भर में हिट हो गया है: यह सुविधा अब 15 बिलियन से अधिक ग्लोबल डेली व्यूज जनरेट करती है जो मार्च में 6.5 बिलियन से ऊपर थी.
बता दें कि फिलहाल सिर्फ 10 देशों के क्रिएटर्स ही यूट्यूब शॉर्ट्स फंड पेमेंट्स को रिसीव करने के लिए एलिजिबल हैं जिसमें अमेरिका, यूके, ब्राजील, इंडिया, इंडोनेशिया, जापान, मेक्सिको, नाइजीरिया, रशिया और दक्षिण अफ्रीका है. यूट्यूब ने कहा है कि वो आने वाले समय में इसे और भी देशों में बढ़ाएगा.
शॉर्ट्स फंड से पैसे कमाने के लिए चैनल्स को पिछले 180 दिनों में एक वीडियो अपलोड किया होना चाहिए. और ये सबकुछ यूट्यूब कम्यूनिटी गाइडलाइन्स, कॉपीराइट, मॉनिटाइजेशन के नियमों को मैच करना चाहिए. इसके अलावा क्रिएटर्स की उम्र 13 साल से ऊपर होनी चाहिए जो अमेरिका के लिए लागू होती है.