नई दिल्लीः भारतीय मूल की अमेरिकी छात्रा नताशा पेरी को दुनिया का सबसे प्रतिभाशाली छात्र घोषित किया गया है. 11 वर्षीय नताशा पेरी को 84 देशों के 19,000 छात्रों के बीच उच्च ग्रेड-स्तर के परीक्षण के परिणामों के बाद यह खिताब दिया गया. खिताब मिलने के बाद उन्हें दुनिया के ‘सबसे प्रतिभाशाली’ छात्रों की सूची शामिल किया गया है. यह खिताब जॉन्स हॉपकिन्स सेंटर की ओर से नताशा को दिया गया है.
नताशा को खिताब देने के बाद जॉन्स हॉपकिन्स सीटीवाई के कहा, ”थेल्मा एल सैंडमीयर एलीमेंट्री स्कूल के छात्रा नताशा पेरी को टैलेंट सर्च के हिस्से के रूप में यह सम्मान दिया गया है. उन्हें असाधारण प्रदर्शन के लिए यह सम्मान दिया गया है.”
बता दें कि जॉन्स हॉपकिन्स सीटीवाई दुनिया भर के प्रतिभाशाली छात्रों की पहचान करने और उनकी वास्तविक शैक्षणिक क्षमताओं को दुनिया के सामने लाने के लिए इस ग्रेड-स्तरीय परीक्षण का उपयोग करता है.
गौरतलब है कि नताशा पेरी ने स्प्रिंग 2021 में जॉन्स हॉपकिन्स टैलेंट सर्च का टेस्ट दिया था. उस वक्त नताशआ ग्रेड 5 में थी. ओरल और क्वांटीटिव वर्गों में उसके रिजल्ट उन्नत ग्रेड 8 प्रदर्शन के 90 प्रतिशत के साथ थे.
परिणाम आने के बाद नताशा पेरी ने बताया, ”यह परिणाम मुझे और अधिक अच्छा करने के लिए प्रेरित करता है.” आगे की पढ़ाई को लेकर नताशा ने कहा, ”डूडलिंग और जेआरआर टॉल्किन के उपन्यासों को पढ़ने से आगे के लिए मेरा काम और आसान हो सकता है.”
जानकारी के मुताबिक जॉन्स हॉपकिन्स सीटीवाई टेस्ट का मैथेमेटिकल क्वांटीटिव सेक्शन में व्यक्त मात्राओं के बीच संबंधों को देखने की क्षमता को मापता है. यह ओरल और शब्दों के अर्थ और उनके बीच संबंधों की समझ का भी आकलन करता है.
परिणाम आने के बाद नताशा पेरी ने बताया, ”यह परिणाम मुझे और अधिक अच्छा करने के लिए प्रेरित करता है.” आगे की पढ़ाई को लेकर नताशा ने कहा, ”डूडलिंग और जेआरआर टॉल्किन के उपन्यासों को पढ़ने से आगे के लिए मेरा काम और आसान हो सकता है.”
जानकारी के मुताबिक जॉन्स हॉपकिन्स सीटीवाई टेस्ट का मैथेमेटिकल क्वांटीटिव सेक्शन में व्यक्त मात्राओं के बीच संबंधों को देखने की क्षमता को मापता है. यह ओरल और शब्दों के अर्थ और उनके बीच संबंधों की समझ का भी आकलन करता है.