लंदन: कोरोना के बाद अब दुनियाभर में वैक्सीन पासपोर्ट की चर्चा है. कोरोना के बढ़े मामलों को देखते हुए कई जगह वैक्सीन पासपोर्ट या तो अनिवार्य कर दिए गए हैं या फिर अनिवार्य किए जाने की तैयारी हो रही है. इन तैयारियों के बीच लंदन में कई लोग सड़को पर उतर आए.
ये लोग वैक्सीन पासपोर्ट का विरोध करने सड़क पर उतरे थे. सिर्फ वैक्सीन पासपोर्ट ही नहीं, बच्चों को लगाई जा रही कोरोना वैक्सीन के खिलाफ भी आवाज उठाई जा रही है. लंदन में बीबीसी स्टूडियो की तरफ बढ़ रही भीड़ को रोकने की कोशिश हुई तो प्रदर्शनकारियों – पुलिस के बीच झड़प हो गई. वैक्सीन पासपोर्ट को लेकर शुरु हुआ ये बवाल किसी एक देश में नहीं कई देशों में जारी है.
क्या है वैक्सीन पासपोर्ट?
दरअसल कई देशों ने यात्रा के लिए वैक्सीन पासपोर्ट को अनिवार्य कर दिया है. ये वैक्सीन पासपोर्ट एक तरह का डॉक्यूमेंट है. यात्रा या एक देश से दूसरे देश जाने के लिए आपको नया पासपोर्ट बनवाने की जरूरत नहीं है. पुराने पासपोर्ट उसी तरह काम करेंगे जैसे पहले करते थे. लेकिन अगर कोई व्यक्ति एक देश से दूसरे देश जाना चाहता है तो उसे वैक्सीन पासपोर्ट की जरूरत होगी. इस डॉक्यूमेंट के जरिए पता लगाया जा सकेगा कि यात्रा कर रहे व्यक्ति ने कब और कौनसी वैक्सीन लगवाई है. इस डॉक्यूमेंट के आधार पर ही व्यक्ति को यात्रा की इजाजत दी जाएगी.
सबसे पहले चीन ने मार्च 2021 में डिजिटल वैक्सीन पासपोर्ट जारी किया था. चीन के बाद जापान ने अप्रैल महीने में वैक्सीन पासपोर्ट की घोषणा की थी. वहीं, यूके ने मई में वैक्सीन पासपोर्ट लॉन्च करने की घोषणा की. इस वक्सीन पासपोर्ट के समर्थन में यूरोपीय संघ भी आगे आया.
कोरोना के खतरे को देखते हुए वैश्विक स्तर पर वैक्सीन पासपोर्ट की मांग उठ रही है. हर देश चाहता है कि उसके वहां कोरोना का नया संक्रमण ना फैले. लेकिन वैक्सीन पासपोर्ट की ये राह इतनी आसान नहीं है. जहां सरकारें इस पासपोर्ट का समर्थन कर रही है वहीं, जनता इसके विरोध में सड़कों पर उतर रही है.