नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Healthy Blood Circulation Tips: कई वजहों से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सही तरह से नहीं हो पाता है, जैसे परिधीय धमनी रोग, दिल की बीमारी, डायबिटीज़, मोटापा। ब्लड सर्कुलेशन सही तरीके से न होने पर मांसपेशियों में ऐंठन, सुन्न होना, पाचन संबंधित समस्याएं, हाथों या पैरों का ठंडा हो जाना और बदन में दर्द रहना जैसी दिक्कतें होती हैं। जिसके लिए लोग व्यायाम या फिर दवाओं का सहारा लेते हैं। इसके अलावा कई सब्ज़ियां भी हैं, जो शरीर में रक्त संचार को सही करने में मददगार साबित हो सकती हैं।
लहसुन
लहसुन का काम सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाना ही नहीं है बल्कि यह एक औषधि है। इसका उपयोग कई बीमारियों में किया जाता है। इसे खाने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। एक शोध में पाया गया कि लहसुन के अंदर एलिसन होता है, जो एक सल्फर यौगिक है। यह आपके रक्त वाहिकाओं को आराम देता है और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने का काम करता है।
प्याज़
भारतीय खाने में प्याज़ का एक अहम रोल होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्याज के अंदर फ्लेवोनोइड और कई एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो दिल की सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। साथ ही प्याज़ रक्त वाहिकाओं को खोलने का भी काम करती है। सिर्फ इतना ही नहीं प्याज़ में एंटी इंफ्लामेटरी गुण भी होते हैं, जो रक्त धमनियों में आई सूजन को भी कम कर सकती है।
लाल मिर्च में कैप्साइसिन नाम का फाइटोकेमिकल होता है, जिसकी वजह से इसका स्वाद तीखा होता है। कैप्साइसिन ब्लड प्रेशर को कम करके, नाइट्रिक ऑक्साइड और यौगिकों की रिहाई को उत्तेजित कर ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने का काम करता है। इसकी वजह से रक्त वाहिकाएं खुलने लगती हैं। वहीं शोध में देखा गया है कि लाल मिर्च के सेवन से रक्त परिसंचरण बढ़ता है।
दालचीनी का उपयोग आमतौर पर सब्ज़ी में मसाले के तौर पर या फिर मसाला चाय में किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह ब्लड सर्कुलेशन को भी बेहतर करने का काम कर सकती है। कई अध्ययनों में पाया गया है कि दालचीनी के ज़रिए कोरोनरी धमनी में रक्त वाहिकाओं का फैलाव और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है।
हल्दी
हल्दी का उपयोग सदियों से आयुर्वेद में किया जा रहा है। भारतीय व्यंजनों में इसका उपयोग लगभग सभी चीज़ों में होता है। हल्दी एंटी-सैप्टिक तो होती ही है, साथ ही ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में भी लाभदायक साबित होती है। दरअसल हल्दी के अंदर करक्यूमिन नामक यौगिक होता है, जो नाइट्रिक ऑक्साइड के उत्पादन को बढ़ाने और ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस को कम करने का काम करता है।
टमाटर
टमाटर के उपयोग से भी रक्त वाहिकाएं खुलती हैं और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। दरअसल, टमाटर में मौजूद गुण एंजियोटेंसिन परिवर्तित एंज़ाइम की गतिविधि को कम करता है और रक्त वाहिकाओं को सिकुड़ने से रोकता है और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है।
चुकंदर
चुकंदर को काफी लाभदायक माना जाता है। खासतौर पर चुकंदर का जूस या सलाद में खाने से शरीर को कई तरह के फायदे मिलते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि चुकंद में नाइट्रेट की मात्रा अधिक होती है, नाइट्रिक ऑक्साइड रक्त वाहिकाओं को आराम देता है और मसल्स के टिशू में रक्त प्रवाह को बढ़ा देता है।
हरी पत्तेदार सब्ज़ियां
पत्तेदार सब्ज़ियां खाने की सलाह आपने कई बार सुनी होगी। ये सेहत को कई फायदे तो पहुंचाती ही हैं, साथ ही ब्लड सर्क्यूलेशन को भी बढ़ाती हैं। पालक, मेथी और कोलार्ड साग जैसी सब्ज़ियों में नाइट्रेट पाया जाता है। जिसे शरीर में नाइट्रिक ऑक्साइड बनता है, ये रक्त वाहिकाओं को चौड़ा करते हैं और ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाते हैं।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।