इसमें कहा कि राहुल गांधी ने अपने फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट पर जो वीडियो पोस्ट किया है उससे नाबालिग पीड़िता के परिवार की पहचान उजागर हो रही है। ऐसा कर उन्होंने पाक्सो कानून और जुवेनाइल जस्टिस (जेजे) कानून का उल्लंघन किया है।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट पर कार्रवाई की मांग की है। आयोग ने इस संबंध में दोनों सोशल नेटवर्किग साइट को पत्र भी लिखा है।
इसमें कहा कि राहुल गांधी ने अपने फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट पर जो वीडियो पोस्ट किया है उससे नाबालिग पीड़िता के परिवार की पहचान उजागर हो रही है। ऐसा कर उन्होंने पाक्सो कानून और जुवेनाइल जस्टिस (जेजे) कानून का उल्लंघन किया है। ऐसे में उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। आयोग ने इस मामले में की गई कार्रवाई की रिपोर्ट को तीन दिन में जमा करने को कहा है।
उल्लेखनीय है कि एनसीपीसीआर ने इससे पहले चार अगस्त को ट्विटर को पत्र लिखकर राहुल गांधी के ट्विटर अकाउंट के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। जिसके बाद उनके ट्विटर अकाउंट को लाक कर दिया गया था।
प्रियंका गांधी ने राहुल गांधी का किया समर्थन
हीं, प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस मुददे पर राहुल के बयानों का समर्थन करते हुए टवीट किया, ‘सबसे गंभीर बात ये है कि एक कंपनी अपने व्यापार के लिए इस देश की राजनीतिक प्रक्रिया में दखल दे रही है, भारत के करोड़ों लोगों की आवाज दबाने में सरकार की मदद कर रही है।’
हीं, प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस मुददे पर राहुल के बयानों का समर्थन करते हुए टवीट किया, ‘सबसे गंभीर बात ये है कि एक कंपनी अपने व्यापार के लिए इस देश की राजनीतिक प्रक्रिया में दखल दे रही है, भारत के करोड़ों लोगों की आवाज दबाने में सरकार की मदद कर रही है।’
वहीं, प्रियंका गांधी वाड्रा ने इस मुददे पर राहुल के बयानों का समर्थन करते हुए टवीट किया, ‘सबसे गंभीर बात ये है कि एक कंपनी अपने व्यापार के लिए इस देश की राजनीतिक प्रक्रिया में दखल दे रही है, भारत के करोड़ों लोगों की आवाज दबाने में सरकार की मदद कर रही है।’