देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने उभरते उद्यमियों की मदद के उद्देश्य से स्टार्ट-अप (Startup Funding) के लिए Fund स्थापित करने की बड़ी इच्छा जताई है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने उभरते उद्यमियों की मदद के उद्देश्य से स्टार्ट-अप (Startup Funding) के लिए Fund स्थापित करने की इच्छा जताई है।
उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) के अतिरिक्त सचिव अनिल अग्रवाल ने कहा कि यह फैसला लिया गया है कि स्टार्ट-अप वित्तपोषण के उद्देश्य से भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (SIDBI) एक पोर्टल तैयार करेगा। राष्ट्रीय स्टार्टअप परामर्श परिषद की बैठक में ये मुद्दे सामने आए।
अग्रवाल ने कहा कि देश में स्टार्ट-अप के पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने के लिए कई पहल की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के लिए करीब 16 कार्यक्रमों की पहचान की गई है और इसे परिषद के सभी सदस्यों के साथ साझा किया गया है। अग्रवाल ने यह भी कहा कि सॉफ्टबैंक इंडिया के प्रमुख मनोज कोहली एक राष्ट्रीय संरक्षण कार्यक्रम चलाना चाहते हैं।
उन्होंने कहा कि LIC के चेयरमैन वहां बैठक में थे। उन्होंने स्टार्ट-अप के लिए एक कोष स्थापित करने की प्रतिबद्धता जतायी। अग्रवाल ने साथ ही कहा कि ईपीएफओ ने भी स्टार्ट-अप के लिए इसी तरह का एक निवेश कोष स्थापित करने की इच्छा व्यक्त की है।
बता दें कि LIC के प्रारंभिक पब्लिक ऑफर (आईपीओ) का रास्ता साफ हो गया है। सूत्रों के मुताबिक जुलाई में केंद्रीय कैबिनेट ने जनरल इंश्योरेंस बिजनेस एक्ट, 1972 में संशोधन को मंजूरी दी थी। इससे इंश्योरेंस सेक्टर में स्थापित सरकारी बीमा कंपनियों में निजी कंपनियों की भागीदारी हो सकेगी। LIC में अपनी हिस्सेदारी बेचने के लिए सरकार ने यह मंजूरी दी है।
निवेश एवं लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (Dipam) ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) से पहले एलआईसी का अंतर्निहित मूल्य निकालने के लिए actuarial कंपनी मिलीमैन एडवाइजर्स एलएलपी इंडिया की नियुक्ति की थी। इसे भारतीय कॉरपोरेट इतिहास का सबसे बड़ा IPO कहा जा रहा है।