पोस्ट ऑफिस मंथली सेविंग्स स्कीम (Post Office MIS) के जरिए आपकी हर महीने फिक्सड कमाई होती है. अगर मंथली कमाई की बात करें तो इसमें आप हर महीने 4950 रुपये कमा सकते हैं.
नई दिल्ली: पोस्ट ऑफिस (Post Office) की तरफ से कई खास तरह की स्कीम चलाई जाती हैं, जिसके जरिए आप अपने आने वाले फ्यूचर को सिक्योर कर सकते हैं. इसके साथ ही इस स्कीम में निवेशको के पैसे की पूरी तरह से गारंटी रहती है यानी आपके पैसे को किसी भी तरह का रिस्क नहीं रहता है. आज हम आपको पोस्ट ऑफिस की एक ऐसी स्कीम (Post Office Scheme) के बारे में बताएंगे, जिसके जरिए पति और पत्नी दोनों मिलकर हर महीने कमाई कर सकते हैं.
पोस्ट ऑफिस की तरफ से एक खास स्कीम चलाई जाती है, जिसके जरिए पति और पत्नी दोनों मिलकर सालाना 59400 रुपये की कमाई कर सकते हैं. इस स्कीम का नाम पोस्ट ऑफिस मंथली सेविंग्स स्कीम (Post Office MIS) है, जिसके जरिए आपकी हर महीने फिक्सड कमाई होती है. अगर मंथली कमाई की बात करें तो इसमें आप हर महीने 4950 रुपये कमा सकते हैं. आप इसमें ज्वाइंट अकाउंट भी खुलवा सकते हैं.आइए आपको बताते हैं कि आपको इस स्कीम में डबल फायदा कैसे मिलेगा-
सालाना होगी इतनी कमाई
इस स्कीम में ज्वाइंट अकाउंट के जरिए आपका लाभ इसमें दोगुना हो जाता है. हम आपको आज इस खास स्कीम के बारे में पूरी जानकारी दे रहे हैं कि कैसे इससे जुड़कर हस्बैंड वाइफ इस स्कीम के जरिए 59,400 रुपये तक की सालाना कमाई कर सकते हैं.
क्या है MIS स्कीम
एमआईएस स्कीम में खोले गए अकाउंट को सिंगल और ज्वाइंट दोनों तरह से ही खोला जा सकता है. व्यक्तिगत खाता खोलते समय आप इस स्कीम में न्यूनतम 1,000 रुपये और अधिकतम 4.5 लाख रुपये का निवेश कर सकते हैं. लेकिन, ज्वाइंट खाते में अधिकतम 9 लाख रुपये तक जमा किया जा सकता है. यह योजना रिटायर्ड कर्मचारियों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए तो काफी फायदेमंद है.
क्या-क्या मिलते हैं फायदे?
MIS में अच्छी बात ये है कि दो या तीन लोग मिलकर भी ज्वाइंट अकाउंट खुलवा सकते हैं. इस अकाउंट के बदले में मिलने वाली आय को हर मेंबर को बराबर दिया जाता है. ज्वाइंट अकाउंट को कभी भी सिंगल अकाउंट में कन्वर्ट करा सकते हैं. सिंगल अकाउंट को भी ज्वाइंट अकाउंट में कन्वर्ट करा सकते हैं. अकाउंट में किसी तरह का बदलाव करने के लिए सभी अकाउंट मेंबर्स की ज्वाइंट एप्लीकेशन देनी होती है.
कैसे काम करती है योजना
आपको बता दें इस स्कीम में आपको मौजूदा समय में 6.6 फीसदी की दर से सालाना ब्याज मिल रहा है. स्कीम के तहत आपकी कुल जमा पर सालाना ब्याज के हिसाब से रिटर्न की कैलकुलेशन की जाती है. इसमें आपका कुल रिटर्न सालाना आधार पर होता है. इसलिए इसे हर महीने के हिसाब से 12 हिस्सों में बांट दिया जाता है. यह एक हिस्सा आप हर महीने अपने खाते में मंगा सकते हैं. अगर आपको मंथली बेसिस पर इसकी जरूरत नहीं है तो मूलधन में यह रकम भी जोड़कर उसपर ब्याज मिलता है.
उदाहरण से समझें कैसे होगी इनकम
मान लिया की किसी पति-पत्नी ने इस स्कीम के तहत ज्वॉइंट अकाउंट में 9 लाख रुपये निवेश किया है. 9 लाख की जमा पर 6.6 फीसदी ब्याज दर से सालाना रिटर्न 59,400 रुपये होगा. इसे अगर 12 हिस्सें में बांट दिया जाए तो यह मंथली 4950 रुपये होगा. यानी मंथनी 4950 रुपये आप हर महीने अपने खाते में मंगा सकते हैं. वहीं आपका मूलधन पूरी तरह से सुरक्षित पड़ा रहेगा. चाहें तो स्कीम को 5 साल बाद और 5-5 साल के लिए बढ़ा सकते हैं