राज्य ब्यूरो, पटना : इस बार का पंचायत चुनाव हाईटेक होगा। इसमें नामांकन से लेकर मतगणना तक पूरी तरह तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा ताकि अधिक से अधिक पारदर्शिता लाई जा सके। मतदाता से लेकर प्रत्याशी तक चुनाव आयोग की नई वेबसाइट पर इसका लाभ ले सकेंगे। यही नहीं, इस बार के चुनाव में ईवीएम मशीन और पोलिंग पार्टी की भी आनलाइन ट्रैकिंग होगी। यानी, ईवीएम मतदान केंद्र से कब निकली और मतगणना कक्ष तक कितनी देर में पहुंचेगी, इसकी जानकारी जीपीएस माध्यम से मिल सकेगी। पोलिंग पार्टी भी मतगणना केंद्र पर कब पहुंची, इसकी भी आनलाइन ट्रैकिंग की जाएगी। बोगस वोटिंग रोकने के लिए मतदान केंद्र पर बायोमेट्रिक का भी इस्तेमाल किया जाएगा। इसकी तैयारी भी की जा रही है।
आनलाइन मिलेगी प्रत्याशी की जानकारी
राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर कोई भी मतदाता अपने पंचायत में खड़े होने वाले उम्मीदवारों की संख्या, उनका नाम और बायोडाटा देख सकेंगे। मतदाता सूची में नाम ढूंढने के लिए भी सर्च इंजन होगा। मतगणना के लिए भी साफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जाएगा। ईवीएम से प्राप्त आंकड़ों को ओसीआर साफ्टवेयर के माध्यम से परिणाम दिया जाएगा।
शिकायत-समाधान के लिए मोबाइल ऐप
राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव संबंधी शिकायत समाधान के लिए वेबसाइट के साथ मोबाइल एप भी लांच किया है। आनलाइन एवं आफलाइन दोनों तरीके से होने वाले उम्मीदवारों के नामांकन को साफ्टवेयर के माध्यम से डिजिटाइज किया जाएगा। अभ्यर्थियों का शपथ पत्र नामांकन के दिन ही अपलोड कर दिया जाएगा।
मतदाता जागरूकता को लांच हुआ गीत
मतदाताओं को जागरूक करने के लिए इस बार राज्य निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव पर विशेष गीत भी लांच किया। ‘ये है बिहार, जय-जय बिहार’ गीत को कालर ट्यून के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा मतदाताओं से मतदाता सूची की तैयारी और मतदान केंद्रों की स्थापना को लेकर संवाद किया जा रहा है। इंटरनेट मीडिया जैसे फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर भी पंचायत चुनाव को लेकर लोगों को जोड़ा जा रहा है।