लुधियाना। Budha Dariya Project: बुड्ढा दरिया कायाकल्प प्रोजेक्ट के तहत बुड्ढा दरिया में नीलो नहर से साफ पानी छोड़ने पर कई लोगों ने सवाल खड़े करने शुरू किए और दरिया में साफ पानी छोड़ने को सिर्फ आईवाश बता रहे हैं। बुधवार को कैबिनेट मंत्री भारत भूषण आशु व बुड्ढा दरिया मानिटरिंग कमेटी ने पानी छोड़े जाने पर सवाल करने वालों को करारा जवाब दिया। मंत्री व कमेटी सदस्यों ने दावा किया है कि बुड्ढा दरिया के प्रदूषण में सुधार शुरू हो गया और पानी छोड़ने के बाद बीओडी व सीओडी लेवल में 70 फीसद तक का सुधार दिखने लगा है। यही नहीं कमेटी का दावा है कि जैसे जैसे दरिया में साफ पानी की मात्रा बढ़ेगी वैसे वैसे बीओडी सीओडी लेवल में और सुधार होगा।
साफ पानी के लेवल में हाे रहा सुधार
मानिटरिंग कमेटी के सदस्य रजत सूद ने मीडिया के सामने पानी छोड़े जाने से पहले और पानी छोड़ने के बाद के बीओडी व सीओडी के आंकड़े बताए। उन्होंने बताया कि रविवार को पानी छोड़ने से पहले बुड्ढा दरिया का बीओडी लेवल 250 से 350 और सीओडी लेवल 900 तक था। दरिया में 100 क्यूसेक पानी छोड़ने के बाद बुधवार को दिन में बीओडी लेवल 61 व सीओडी लेवल 244 तक आ गया। उन्होंने बताया कि साफ पानी छोड़ने का नतीजा यह है कि पानी के सीओडी व बीओडी लेवल में सुधार हो रहा है।
विरोध जताने वाले लाेगाें काे मानिटरिंग कमेटी ने बुलाया
नगर निगम जोन डी में पत्रकारों से बात करते हुए कैबिनेट मंत्री आशु ने कहा कि जो लोग पानी छोड़े जाने पर अपना विरोध जता रहे थे उनको बुलाया गया था ताकि वे मानिटरिंग कमेटी के सदस्यों के सामने अपनी राय रख सकें। लेकिन कारणवश उनमें से कोई नहीं पहुंचा।