बीते शनिवार को कांग्रेस छोड़ने और राजनीति से संन्यास की घोषणा करने के कुछ घंटों बाद, पार्टी की त्रिपुरा इकाई के कार्यवाहक अध्यक्ष पिजुष कांति बिस्वास ने यह कहते हुए अपना इस्तीफा वापस ले लिया कि उन्हें आश्वासन दिया गया है कि उनकी शिकायतों पर गौर किया जाएगा।
बिस्वास ने शुरू में कहा था कि व्यक्तिगत कारणों से अपना इस्तीफा दे रहे हैं। अब उन्होंने यू-टर्न लेते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी छोड़ने की पेशकश की थी क्योंकि ऐसी चीजें थी जिन्हें सुधारने की आवश्यकता थी।
पिजूष कांति ने खुद ट्वीट कर इसकी जानकारी दी थी। उन्होंने लिखा, पद से इस्तीफा देना मेरे लिए बहुत दर्दनाक है। मैं सोनिया गांधी का आभारी हूं, जो उन्होंने पार्टी की सेवा करने का मौका दिया. मैं राजनीति से सन्यास ले रहा हूं। मुझे अपने पेशे में वापस जाने की खुशी है। पिजूष पेशे से वकील हैं।
पिजूष के ट्वीट पर हाल ही में टीएमसी में शामिल हुईं कांग्रेस महिला इकाई की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने लिखा था, हमारा कार्यकाल कठिन रहा…भविष्य के लिए शुभकामनाएं। सुष्मिता देव के इस ट्वीट के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि पिजुष भी टीएमसी में शामिल हो सकते हैं। हालांकि, पिजुष कांति ने राजनीति से सन्यास लेने का सार्वजनिक तौर पर ऐलान किया है। ऐसे में देखना होगा कि पिजुष आगे कौन सा कदम उठाते हैं।
गौरतलब है कि इससे पहले 15 अगस्त को महिला कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सुष्मिता देव ने इस्तीफा दिया था। उन्होंने कांग्रेस से इस्तीफा देकर टीएमसी का दामन थामा है। असम से पूर्व सांसद सुष्मिता देव के इस्तीफे के बाद कांग्रेस पार्टी ने नीता डिसूजा को ऑल इंडिया महिला कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष बनाया है।