जागरण संवाददाता, गया। शहर के सिकरिया मोड़ पर कंप्यूटर से टाइप कर एक पोस्टर चिपकाया गया। पोस्टर में बस मालिकों से बढ़े हुए किराये को संशोधित करने का आग्रह किया गया है और टोल संचालको से टोल टैक्स में रियायत करने का निर्देश दिया गया है।
पोस्टर के अंत में जोनल माक्र्सवादी, बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा व पश्चिम बंगाल टंकित है। इसकी जानकारी मिलने पर पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया। सिटी एसपी राकेश कुमार ने बताया कि घटना की जांच की गई है और प्रथम दृष्टया यह माओवादी द्वारा किया गया प्रतीत नहीं होता है।
जोनल माक्र्सवादी नामक कोई भी संगठन अस्तित्व में नहीं है। यह कृत्य किसी स्थानीय व्यक्ति अथवा व्यक्तियों के द्वारा किया गया प्रतीत हो रहा है। फिर भी पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। सिटी एसपी ने सभी से अपील है कि किसी भी प्रकार के अफवाहों पर ध्यान ना दें और भयभीत न हों।
किराया बढ़ोतरी की मार झेल रहे बसों से सफर करने वाले यात्री
- महंगे किराए को लेकर बस स्टैंड पर रोज होती है यात्रियों व एजेंट में किचकिच व बहस
- बस में बैठने या खड़े होने पर भी देना पड़ता है एक समान किराया, महंगे डीजल से सफर पर असर
जासं, मानपुर: महंगाई की मार शहर व गांव के लोगों को भुगतनी पड़ रही है। बाजार ही नहीं, निजी बसों में भी सफर करने पर किराया अधिक लगता है। इस कारण यात्रियों को एक जगह से दूसरे स्थान पर जाने में जेब ढीली करनी पड़ रही है। बस या अन्य वाहनों में बैठने और खड़े होने पर भी समान किराया ही देना पड़ रहा है। निजी बसों के सफर में किराया बढ़ोतरी से परेशान हो रहे यात्रियों का दर्द जानने के लिए सोमवार को मानपुर बस स्टैंड पर हकीकत जानी गई।
मानपुर से नवादा जाने वाली बस खड़ी थी। बस की सीट पर 18 यात्री बैठे थे। नवादा जाने वाले यात्री हुलास चौधरी कहने लगे कि महंगाई ने हम लोगों की कमर तोड़ दी है। निजी बस से आने-जाने में पहले की अपेक्षा अब अधिक किराया देना पड़ रहा है। इसी बीच एक महिला यात्री अनुराधा कुमारी कहने लगी कि डीजल का दाम काफी बढ़ गया है। इस कारण बस पर सफर करने में अधिक पैसे लगते हैं।