पश्चिम बंगाल में करीब 3,000 पेट्रोल पंप 31 अगस्त को एक दिन की हड़ताल में शामिल हैं। ‘वेस्ट बंगाल पेट्रोलियम डीलर्स एसोसएिशन ने मानसून के दौरान एथनॉल मिश्रित पेट्रोल की सप्लाई बंद करने और ईंधन की कम सप्लाई रोकने की अपनी दो मांगों को लेकर मंगलवार को ‘न खरीद न बिक्री आंदोलन का आह्वान किया है।
पेट्रोल पंपों की 24 घंटे की हड़ताल मंगलवार सुबह छह बजे से शुरू हो गई। एसोसिएशन के संयुक्त सचिव प्रसन्नजीत सेन ने कहा, ”एथनॉल मिश्रित पेट्रोल अत्यधिक ‘हाइग्रोस्कोपिक (वातावरण से नमी सोखने वाला) है। मानसून के दौरान यह पानी को सोख लेता है, जबकि बारिश का पानी पेट्रोल पंपों पर भूमिगत टैंकों में चला जाता है। इससे डीलरों और उपभोक्ताओं दोनों को भारी परेशानी होती है। यह हमारे और खरीदारों के बीच अविश्वास का कारण भी बनता है।
एथनॉल मिश्रित पेट्रोल की सप्लाई रोकें
उन्होंने कहा कि तेल विपणन कंपपनियों को इस मामले में लोगों को जागरूक करना चाहिए और मानसून के दौरान एथनॉल मिश्रित पेट्रोल की सप्लाई रोक देनी चाहिए। संगठन के उपाध्यक्ष स्नेहाशिष भाउमिक ने कहा कि दूसरा मुद्दा — ईंधन की कम सप्लाई से जुड़ी है। यह हमारी लंबे समय से चली आ रही मांग है जो कि अन्यत्र नहीं दिखाई देती है। ”ईंधन के परिवहन के दौरान होने वाली क्षति में ही हमारे मुनाफे का बड़ा हिस्सा चला जाता है। यह मात्रा कुल ईंधन का एक प्रतिशत तक होती है। एक टैंक में 12,000 लीटर ईंधन आता है, उसमें ईंधन का नुकसान 12,000 रुपये तक हो सकता है।