नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Credit Card Statement से क्रेडिट कार्ड से जुड़ी कई जानकारी मिलती है। स्टेटमेंट से यह पता चलता है कि बिलिंग अवधि के लिए क्रेडिट कार्ड का उपयोग कैसे हुआ है। एक्सपर्ट के मुताबिक, क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट यूजर्स को क्रेडिट स्कोर को बनाए रखने में भी मदद करते हैं। अस्पष्ट और संदिग्ध लेनदेन को देखने के लिए व्यक्ति को हमेशा क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट को ध्यान से पढ़ना चाहिए। क्रेडिट कार्ड यूजर को कार्ड स्टेटमेंट में कई जरूरी बातें चेक करनी चाहिए।
लेनदेन
लेन-देन को ध्यान से देखने पर यूजर को पता चलेगा उनसे कोई गैर-मान्यता प्राप्त लेनदेन तो नहीं हुआ।
रिवॉर्ड बैलेंस
रिवार्ड पॉइंट्स की समाप्ति से पहले उसका इस्तेमाल कर लें। क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट क्रेडिट कार्ड पर उपलब्ध नए स्कीम की जानकारी देता है।
लेन-देन का शुल्क
बैंक कई बार स्वीकृत सीमा से अधिक खर्च करने पर शुल्क लेते हैं, साथ ही अवैतनिक राशियों पर ब्याज भी लेते हैं। क्रेडिट कार्ड के बिल के साथ आने वाले
शुल्कों को समझना चाहिए। इसके अलावा अन्य शुल्क भी हो सकते हैं, मसलन देर से भुगतान शुल्क और प्रोसेसिंग फीस। क्रेडिट कार्ड डिटेल पर नजर रखने से यूजर्स को मदद मिलती है।
क्रेडिट लिमिट और कुल बकाया
कुल राशि में सभी EMI शामिल होते हैं जो उन्हें दिए गए बिलिंग चक्र में लगाए गए शुल्क के साथ भुगतान करना होगा। क्रेडिट कार्ड स्टेटमेंट से क्रेडिट लिमिट उपलब्धता और कुल बकाया का पता चलता है। इससे यूजर्स को किसी भी अतिरिक्त शुल्क से बचने के लिए प्रति माह कुल बकाया राशि का भुगतान करने का सुझाव मिलता है।
खाते में बदलाव
क्रेडिट कार्ड समझौते के नियमों और शर्तों में किसी भी बदलाव को आम तौर पर भेजे गए मंथली डिटेल में पता लगाया जा सकता है, और अगर आपने इन्हें नहीं देखा तो ये छूट सकता है।