All for Joomla All for Webmasters
पश्चिम बंगाल

नकली वैक्सीनेशन कैंप कांड में ईडी का कोलकाता में 10 स्थानों पर छापा, आठ लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है पुलिस

covid

राज्य ब्यूरो, कोलकाता: महानगर में कोरोना का फर्जी वैक्सीनेशन कैंप लगाकर बांग्ला फिल्म अभिनेत्री व तृणमूल कांग्रेस सांसद मिमी चक्रवर्ती समेत सैकड़ों लोगों को नकली इंजेक्शन लगाने वाले फर्जी आइएएस अधिकारी देबांजन देब के किलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ई़डी) ने कार्रवाई शुरू कर दी है। बुधवार को महानगर में नकली वैक्सीनेशन कैंप के सरगना देबांजन देब के करीब 10 ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की और कुछ कागजात जब्त किए हैं। बता दें कि कोलकाता पुलिस देबांजन देब सहित आठ लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कोर्ट में आरोप पत्र भी पेश कर चुकी है। जिसमें हत्या सहित कई आरोप लगाए गए हैं।

बता दें कि खुद को कोलकाता नगर निगम का संयुक्त आयुक्त व आइएएस अफसर बताकर देबांजन देब ने महानगर के कसबा और कालेज स्ट्रीट इलाके में एक कालेज में वैक्सीनेशन कैंप लगाया था, जहां कोरोना टीका के नाम पर नकली वैक्सीन लोगों को लगाए गए थे। यह मामला सामने आने के बाद ईडी ने भी स्वतः संज्ञान लेते हुए प्राथमिकी दर्ज की थी और कोलकाता पुलिस से कागजात मांगें थे। इसके बाद अब ईडी ने कार्रवाई शुरू की है।

ईडी का आरोप है कि अवैध रूप से देबांजन देब ने पैसों की लेनदेन की। इसके साथ ही उसके खिलाफ लोगों के साथ धोखाधड़ी करने का भी आरोप है। कोलकाता पुलिस ने उसके आवास और कार्यालय की भी तलाशी ली थी। तलाशी के दौरान नकली वैक्सीन के साथ-साथ अन्य कागजात भी बरामद किए थे। आरोपित देब के खिलाफ एक कारोबारी से 90 लाख रुपये की ठगी का भी आरोप है। कोलकाता नगर निगम के कुछ दस्तावेज दिखाए थे और बाईपास से सटी जगह पर कम्यूनिटी हाल बनाने का वादा किया था और 90 लाख रुपये जमा लिए थे।

पर, अभी तक सामुदायिक भवन नहीं बना। देबांजन के अलावा गिरफ्तार किए गए राबिन सिकदर, सुशांत दास, शरत पात्रा, अरविंद बैद्य, अशोक कुमार राय, कंचन देव और शांतनु मन्ना के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किए गए हैं। आरोप पत्र में 130 से अधिक लोगों के बयान लिए गए हैं। यह हजार पन्नों का है। आरोप पत्र में इन सभी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की कई धाराएं लगाई गई हैं।

बता दें कि इस मामले के तार तृणमूल नेताओं से भी जुड़े थे, लेकिन बाद में तृणमूल नेताओं ने पूरे मामले से पल्ला झाड़ लिया। उल्लेखनीय है कि तृणमूल सांसद मिमी चक्रवर्ती ने गत 22 जून को कसबा थाने में इससे संबंधित प्राथमिकी दर्ज कराई थी, जिसके बाद जांच में जुटी पुलिस ने सबसे पहले देबांजन देब को गिरफ्तार किया था।

Source :
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय

To Top