हिंदू धर्म में एकादशी तिथि का विशेष स्थान है, ये दिन भगवान विष्णु के पूजन और व्रत के लिए समर्पित है। एकादशी का व्रत प्रत्येक माह में दो बार पड़ती है। भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को अजा एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस साल अजा एकादशी का व्रत 03 सितम्बर, दिन शुक्रवार को रखा जाएगा। चतुर्मास में पड़ने के कारण अजा एकादशी के व्रत विशेष महत्व है। इस दिन भगवान विष्णु का पूजन और व्रत करने से अश्वमेध यज्ञ के समान फल मिलता है। इसके अतिरिक्त इस दिन इन उपायों को अपनाने से भगवान विष्णु को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में….
1-अजा एकादशी के दिन पीले चंदन अथवा केसर में गुलाब जल मिलाकर भगवान विष्णु को अर्पित करें और माथे पर टीका लगाएं। यह उपाय रोज करने से आपको सुख और समृद्धि की प्राप्ति होगी।
2- अजा एकादशी के दिन पान के पत्तें पर रोली या कुमकुम से श्री लिख कर भगवान विष्णु को चढ़ाएं और पूजन के बाद इन पत्तों को अपनी तिजोरी में रख लीजिए। ऐसा करने से आपके कारोबार और आमदनी में दिन दूनी राती चौगुनी वृद्धि होगी।
3- अजा एकादशी के दिन सात कन्याओं को खीर खिलाएं और ऐसा पांच एकादशी को नियमित रूप से करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है तथा आपकी सभी आर्थिक समस्याएं दूर होंगी।
4-अजा एकादशी के दिन भगवान श्री कृष्ण को नारियल और बादाम चढ़ाएं। 27 एकादशी तक करने से आपकी सभी इच्छाएं पूर्ण होंगी।
5- अजा एकादशी के दिन किसी राधा- कृष्ण के मंदिर में पीले रंग के फूल अर्पित करें। ऐसा करने से आपके सभी कष्ट समाप्त होंगे।
6- अजा एकादशी के दिन भगवान विष्णु का दक्षिणावर्ती शंख से कच्चा दूध व केसर मिलाकर अभिषेक कराने से धन-धान्य की प्राप्ति होती है तथा आपके परिवार के सभी दुख और संकट दूर होते हैं।
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