जासं, लुधियाना। Punjab Roadways Contractual Staff Strike: औद्योगिक नगरी लुधियाना का बस स्टैंड आज आम दिनों की तरह गुलजार तो नहीं है, लेकिन सरकारी बसों की हड़ताल के चलते कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर बस स्टैंड में सरकारी बसों की आवाजाही को बंद कर दिया है। कई दिनों से बसों की हड़ताल की घोषणा के चलते यात्री भी आम दिनों की तुलना में बेहद कम है। लेकिन जो यात्री बस स्टैंड पहुंचे है, उन्हें प्राइवेट बसों में सफर करना पड़ रहा है। हालांकि चंडीगढ़ और हरियाणा से आने वाली बसों के कारण यात्रियों को कुछ राहत है।
प्राइवेट बस संचालकों के साथ साथ वन वे कैब वालों की चांदी है, कई टैक्सी संचालक भी बसों से थोड़ा अधिक किराया लेकर सवारियों को लेकर जा रहे हैं। भले ही सरकारी बसों की ओर से पूर्ण हड़ताल की गई है, लेकिन बावजूद इसके पीआरटीसी, सीटीयू की कुछ बसें अभी भी जारी हैं और सवारियां लेकर जा रही है। जबकि प्राइवेट बसों में सवारियां अधिक होने से कई यात्री खड़े होकर भी सफर कर रहे हैं। आम दिनों की तुलना भीड़ कम होने से बस स्टैंड के दुकानदार भी सन्नाटे में बिना बिक्री के बैठे हैं।
पंजाब रोडवेज के कर्मचारियों ने दिया धरना
बस स्टैंड के अंदर पीआरटीसी और पंजाब रोडवेज के कर्मचारियों की ओर से धरना प्रदर्शन किया गया और सरकार के समक्ष जमकर भड़ास निकाली गई। कर्मचारियों ने कहा कि हर बार सरकार बनते समय कर्मचारियों को पक्का करने से लेकर उन्हें बेहतर सुविधाएं देने की बात कही जाती है। लेकिन इस पर अमल नहीं किया जाता और कर्मचारी लंबे समय से अपनी जायज मांगो के लिए संघर्ष कर रहे हैं। कर्मचारियों ने कहा कि वे सात सिंतबर को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के सिसवां स्थित फार्म हाउस के बाहर धरना प्रदर्शन करेंगे। अगर फिर भी मांगे न मानी गई, तो इस हड़ताल को निरंतर जारी रखा जाएगा।