जम्मू, अवधेश चौहान: नेशनल कांफ्रेस (नेकां) के संभागीय अध्यक्ष देवेंद्र सिंह राणा की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना के बयान के बाद जम्मू कश्मीर में सियासी गलियारे में तरह-तरह चर्चाएं शुरू हो गई हैं। अटकलें हैं कि नेकां और भाजपा के बीच दूरियां नजदीकियों में बदल गई हैं। एक स्थानीय न्यूज पोर्टल को दिए इंटरव्यू में राणा ने मोदी की सराहना करते हुए कहा था कि कोई माने या न माने मोदी का नेतृत्व काफी प्रभावशाली रहा है। राणा के बयान को विधानसभा चुनाव में नेकां और भाजपा के बीच नजदीकियों से भी जोड़ा जा रहा है। राणा का मोदी प्यार बयान इंटरनेट मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है।
राजनीतिक विशेषज्ञों के अनुसार जम्मू कश्मीर की प्रमुख पार्टियों में शुमार नेकां और पीडीपी की तुलना करें तो नेकां जितना कश्मीर के लिए सोचती है उतना ही जम्मू के लिए भी। कई मामलों में उनके स्टैंड को सराहा गया है। पीडीपी की बात करें तो उसे जम्मू संभाग में कश्मीर जितनी सफलता नहीं मिली। क्योंकि महबूबा मुफ्ती के तिरंगे और पाकिस्तान के गुणगान सहित कई बयानों से पीडीपी जम्मू में अपनी राजनीति नहीं चमका पाई।
नेकां को समझ आ चुका है कि जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 समाप्त होने के बाद उसे राजनीति में अपना वजूद कायम रखना है। सूत्रों ने बताया कि नेकां के वरिष्ठ नेता केंद्रीय मंत्री अमित शाह के संपर्क में है। राणा अक्सर जम्मू की आवाज बनने का दावा करते रहें हैं। ऐसें में उनका मोदी सरकार की तारीफ के पुल बांधने को राजनीतिक दृष्टि से भी देखा जा रहा है।
मेरे बयान को पूरा नहीं दिखाया : राणा – देवेंद्र राणा ने कहा कि वायरल हो रहे मेरे बयान को पूरी तरह से इंटरनेट मीडिया पर नहीं दिखाया गया। उन्होंने स्वीकार किया कि मैंने मोदी सरकार के नेतृत्व की सराहना की। मेरा मतलब यह था कि मोदी के नेतृत्व से राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव पर असर पड़ा है। अब राजनीतिक समीकरण बदल चुके हैं, लोग अब विधानसभा उम्मीदवार के बजाए मोदी के कुशल नेतृत्व को देखते हैं। उनके बयान से जम्मू कश्मीर में राजनीतिक समीकरण तेजी से बदलते दिख रहें हैं। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री डा. जितेंद्र सिंह देवेंद्र सिंह राणा के बड़े भाई हैं।