नई दिल्ली, पीटीआइ। उद्योग संगठन पीएचडी चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (पीएचडीसीसीआइ) ने नौ क्षेत्रों के 75 उत्पादों की पहचान की है। उसका मानना है कि इन उत्पादों का निर्यात बढ़ाने से भारत साल 2027 तक 750 अरब डॉलर का निर्यात लक्ष्य हासिल किया जा सकत है। इनमें कृषि और खनिज क्षेत्र भी शामिल हैं। इतना ही नहीं पीएचडीसीसीआइ ने इन 75 उत्पादों के लिए अमेरिका और यूरोप समेत कई बाजारों की पहचान भी कर ली है।
उद्योग संगठन के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने कहा कि साल 2027 तक 750 अरब डॉलर मूल्य की वस्तुओं के निर्यात लक्ष्य को हासिल करने के लिए अमेरिका, कनाडा, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन, जापान, संयुक्त अरब अमीरात, चीन, मेक्सिको और आस्ट्रेलिया जैसे बाजारों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। चिह्नति किए बाजारों में रूस, बांग्लादेश, वियतनाम, नेपाल, ब्राजील, पोलैंड, इटली और थाइलैंड भी शामिल हैं।
उद्योग संगठन की रिपोर्ट के मुताबिक 75 संभावित उत्पादों में मछली, कपास, अयस्क, खनिज ईंधन, रसायन, रबड़, कपड़ा, जूते-चप्पल, लौह व इस्पात, बायलर, इलेक्टि्रक मशीनरी, वाहन, विमान, फर्नीचर, खिलौने और खेल का सामान शामिल है। फिलहाल इन 75 संभावित उत्पादों का देश के निर्यात में 127 अरब डॉलर का योगदान है। यह कुल निर्यात का करीब 46 फीसद है। हालांकि, वैश्विक स्तर पर इन 75 उत्पादों की निर्यात में हिस्सेदारी 21 फीसद है। जबकि भारत की इन 75 उत्पादों में हिस्सेदारी महज 3.6 फीसद ही है। ऐसे में इन उत्पादों का निर्यात बढ़ाने की बड़ी संभावनाएं मौजूद हैं।